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कैमूर के समाहरणालय सभाकक्ष में आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस का किया गया आयोजन

चौथे स्तंभ के अस्तित्व के बिना लोकतंत्र की परिकल्पना करना बेमानी हैं डीएम सावन कुमार

धीरेन्द्र सिंह राजपूत के साथ सिंगासन सिंह यादव की रिपोर्ट
  • Nov 16 2024 7:04PM

कैमूर के समाहरणालय सभाकक्ष में आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस का किया गया आयोजन 

 

चौथे स्तंभ के अस्तित्व के बिना लोकतंत्र की परिकल्पना करना बेमानी हैं डीएम सावन कुमार 

 

 कैमूर जिलें में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर जिले का मुख्य कार्यक्रम समाहरणालय के सभा कक्ष में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान सबसे पहले जिला पदाधिकारी,अपर समाहर्ता तथा प्रेस प्रतिनिधियों ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरूआत किया। जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी द्वारा राष्ट्रीय प्रेस दिवस के महत्व,मनाने के कारण सहित इसके पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। राष्ट्रीय प्रेस दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि 16 नवंबर 1966 को संसद के एक अधिनियम द्वारा प्रेस काउंसिल आफ इंडिया की स्थापना की गई थी जो एक स्वायत्त,अर्ध न्यायिक एवं वैधानिक प्राधिकरण है।इसका उद्देश्य प्रेस की स्वतंत्रता को बनाए रखना और भारत में समाचार पत्रों और समाचार की गुणवत्ता को बनाए रखना और उसमें सुधार करना है।उन्होंने बताया कि इस दिन को पत्रकारिता में प्रेस की स्वतंत्रता और नैतिकता के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।इस वर्ष राष्ट्रीय प्रेस दिवस समारोह का विषय प्रेस का बदलता स्वरूप रखा गया  है।

 

अपर समाहर्ता ने अपने संबोधन में अपने छात्र जीवन के दौरान उपलब्ध दैनिक समाचार पत्रों,साप्ताहिक पत्रिकाओं आदि में प्रस्तुत तथ्यों और ज्ञानवर्धक जानकारी को याद करते हुए बताया कि भले ही वक्त कितना भी बदल रहा हो लेकिन उस जमाने के अखबार की तुलना आज नहीं की जा सकती है।

 

जिला पदाधिकारी ने संबोधित करते हुए महाभारत के संजय नमक पात्र की उदाहरण देते हुए जो हो रहा है उसे उसी रूप में रखने के संदर्भ में रेखांकित कर पत्रकारिता धर्म की चर्चा की। उन्होंने कई सारे उदाहरणों से यह बतलाने का प्रयास किया कि जिला प्रशासन के आंख और कान मीडिया ही होते हैं। काम की अधिकता और व्यस्तता के कारण कई बार हमारे पदाधिकारियों से  छोटे-छोटे मुद्दे छूट जाते है जिसे मीडिया द्वारा उठाए जाने के कारण ही त्वरित समाधान होता है। इसे सकारात्मक रूप में लेने की आवश्यकता है।

 

उन्होंने वर्तमान मीडिया के डिजिटल फॉर्म की ओर रेखांकित करते हुए बताया कि कोविड महामारी जैसे संकटों के दौरान समाचारों के तेजी से प्रसार के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म ने एक मुकाम हासिल किया है।खबर को खबर ही रहने देने तथा कई बार अत्यधिक तेजी से खबर पहुंचाने के क्रम में फर्जी खबरों का उदय और डीपफेक यानी असली जैसा अथवा हेर फेर किए हुए वीडियो या धोखा देने के लिए डिजाइन किए गए ऐप के उद्धव ने हमारी चुनौतियों को काफी बढ़ा दिया है। खासकर जब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इसका प्रसार बहुत तेजी से हो रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसे युग में जहां गति अक्सर सटीकता को प्रभावित करती है,प्रेस को पत्रकारिता की शुद्धता बनाए रखने हेतु इन मुद्दों का मुकाबला करना चाहिए। फैक्ट की जांच पहले करनी चाहिए तथा ए आई संचालित उपकरण कुछ समाधान तो कर सकते हैं लेकिन गलत सूचना और भ्रामक सूचना के खिलाफ लड़ाई भविष्य के पत्रकारिता के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती बनी हुई है। उन्होंने अपने छात्र जीवन को याद करते हुए बताया कि किस प्रकार वे अखबारों के संपादकीय को पढ़कर किसी घटनाओं और मुद्दों पर अपनी समझ विकसित करते थे। उन्होंने आज के युवा पीढ़ी से भी अपील किया कि किसी भी मुद्दे की गहराई तथा समझ विकसित करने के लिए अखबारों के संपादकीय पृष्ठ आज भी प्रासंगिक हैं।युवाओं को रील लाइफ से निकलकर रियल लाइफ में जाने की जरूरत है,तभी समाज का ज्ञान संवर्धन हो सकेगा। उन्होंने पत्रकारिता के बदलते हुए स्वरूप की चर्चा करते हुए बताया कि सरकार इस मामले को लेकर काफी संवेदनशील है तथा जल्द ही सोशल मीडिया संबंधी कोई नीति सामने आ सकती है। उन्होंने पत्रकारों द्वारा उठाए गए प्रेस क्लब के मुद्दे पर भी सकारात्मक आश्वासन देते हुए विभाग स्तर पर इसका समाधान निकालने का भरोसा दिया। साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा किया कि जिले के सभी विभागों को दो भाग में बांटकर पाक्षिक आधार पर विभाग वार खबरों का संकलन करने की व्यवस्था बनाई जाएगी।

 

इस कार्यक्रम में उपस्थित दूरदर्शन के संवाददाता द्वारा केयरटेकर के माध्यम से प्रेस क्लब को संचालित करने,प्रशासन के लोगों को मीडिया के साथ सकारात्मक सहयोग करने,विभाग वार योजना एवम् खबर की सूचना देने,खबर के साथ वीडियो भी देने आदि जैसे कई मुद्दे उठाए गए। एक पत्रकार द्वारा वर्तमान समय में पत्रकार की अत्यधिक संख्या होने की और जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया। वहीं इस मौके पर कई पत्रकारों ने जिला प्रशासन को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के आयोजन के लिए बधाइयां दिया।

 

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