इनपुट- रवि शर्मा, लखनऊ
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने निर्णय लिया है कि बिजली के निजीकरण के विरोध में वर्ष 2025 के पहले दिन 01 जनवरी को समस्त ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारी, संविदा कर्मी और अभियन्ता पूरे दिन काली पट्टी बांध कर काम करेंगे। यह भी निर्णय लिया गया कि 27 दिसम्बर को गोरखपुर, 29 दिसम्बर को झांसी और 05 जनवरी को प्रयागराज में बिजली पंचायत आयोजित की जायेंगी।
इसी क्रम में आज संघर्ष समिति की कोर बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 01 जनवरी को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाया जायेगा। पदाधिकारियों ने बताया कि आम उपभोक्ताओं को कोई तकलीफ न हो इस दृष्टि से बिजली कर्मी पूरे समय कार्य करेंगे किन्तु निजीकरण के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शित करने के लिए बिजली कर्मी काम के दौरान पूरे दिन काली पट्टी बांधेगें और कार्यालय समय के उपरान्त समस्त जनपदों एवं परियोजना मुख्यालयों पर विरोध सभा करेंगे।
बिजली के निजीकरण से उपभोक्ताओं, किसानों और कर्मचारियों को होने वाले नुकसान से अवगत कराने और व्यापक जन-जागरण करने हेतु 27 दिसम्बर को गोरखपुर, 29 दिसम्बर को झांसी और 05 जनवरी को प्रयागराज में बिजली पंचायत आयोजित की जायेंगी। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने पुनः कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पूरा विश्वास है। बिजली कर्मी उनके कुशल नेतृत्व में लगातार बिजली व्यवस्था सुधार में लगे हुए हैं और निजीकरण का निर्णय निरस्त किया जाये तो पूरी निष्ठा से प्रयास कर बिजली कर्मी एक वर्ष में एटी एण्ड सी हानियां 15 प्रतिशत से नीचे लाने के लिए संकल्पबद्ध हैं।