प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी रविवार दोपहर मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम पहुंचे। यहां उन्होंने बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना की और फिर कैंसर अस्पताल की आधारशिला रखी। इस अवसर पर 'बागेश्वर धाम सरकार' धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी उनके साथ मौजूद थे।
बागेश्वर धाम में पूजा और स्वागत
बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। प्रधानमंत्री मोदी दोपहर 2 बजे बागेश्वर धाम पहुंचे, जहां पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उनका स्वागत किया। फिर, पीएम मोदी बालाजी मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा अर्चना की और फूल अर्पित किए। इसके बाद, वे मंच पर गए, जहां पंडित शास्त्री और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उनका स्वागत किया।
कैंसर अस्पताल की नींव रखी
प्रधानमंत्री मोदी ने बटन दबाकर बागेश्वर धाम मेडिकल एंड साइंस रिसर्च इंस्टिट्यूट का शिलान्यास किया। इस नए संस्थान की स्थापना से आसपास के क्षेत्रों के लोगों को फायदा मिलेगा।
धर्म का मजाक उड़ाने वाले नेताओं पर हमला
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, "आजकल कुछ नेता धर्म का मजाक उड़ाते हैं। वे हिंदू आस्थाओं का मजाक उड़ा रहे हैं और हमारी संस्कृति पर हमले कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि ये लोग हमारे मंदिरों और त्योहारों का अपमान करते हैं।
धीरेंद्र शास्त्री की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने धीरेंद्र शास्त्री की सराहना करते हुए कहा, "मुझे खुशी है कि मेरे छोटे भाई धीरेंद्र शास्त्री लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं। अब, बागेश्वर धाम में भजन, भोजन और स्वस्थ जीवन के लिए एक नया केंद्र बनने जा रहा है।"
बुंदेलखंड में दूसरी बार पहुंचे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह दूसरी बार बुंदेलखंड की भूमि पर आए हैं और इस बार बालाजी की कृपा से इस क्षेत्र को एक नया सौगात मिल रहा है। उन्होंने कैंसर अस्पताल की निर्माण प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी दी, जो 10 एकड़ में बनेगा और इसमें 100 बेड की सुविधा होगी।
मंदिर का सामाजिक महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे मंदिर केवल पूजा के केंद्र नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना के केंद्र भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद और योग के विज्ञान से लेकर महाकुंभ तक, हमारे धार्मिक स्थल समाज की सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
बागेश्वर धाम में नया कैंसर अस्पताल
बागेश्वर धाम में बनने वाला यह नया अस्पताल 252 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा। 2.37 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में इस अस्पताल में प्राकृतिक रोशनी और कम शोर की व्यवस्था होगी। इसका डिजाइन पिरामिड आकार में होगा और इसकी संरचना को ध्यान में रखते हुए हर पहलू को ध्यान से तैयार किया जाएगा। यह अस्पताल कैंसर रोगियों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।