प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अंगिका क्षेत्र में पहुंचे और साथ ही किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने भागलपुर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 9.8 करोड़ किसानों के खातों में 22,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। यह राशि किसानों को राहत देने के उद्देश्य से भेजी गई है।
महाशिवरात्रि के अवसर पर पवित्र भूमि पर PM की उपस्थिति
प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा अजगैबीनाथ की इस पवित्र भूमि पर महाशिवरात्रि के अवसर पर तैयारियां चल रही हैं। उन्होंने इस मौके पर पीएम किसान निधि की एक और किस्त जारी करने का सौभाग्य महसूस किया। उन्होंने बताया कि एक क्लिक पर लगभग 22 हजार करोड़ रुपये किसानों के खातों में ट्रांसफर किए गए हैं।
किसान कल्याण पर प्रधानमंत्री का जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि उनका सरकार का लक्ष्य देश के किसानों की भलाई है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने लाल किले से यह बात कही है कि एक विकसित भारत के चार प्रमुख स्तंभ हैं - गरीब, किसान, महिला और युवा। इन चार स्तंभों के माध्यम से भारत को नए विकास की ओर अग्रसर किया जाएगा।
महाकुंभ के बीच मंदराचल की धरती पर मोदी का आगमन
प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ के समय मंदराचल की धरती पर आने को अपना सौभाग्य बताया। उन्होंने इस धरती को आस्था, विरासत और भारत के विकास का प्रतीक बताया। यह भूमि शहीद तिलका मांझी की धरती भी है, जो सिल्क सिटी के नाम से प्रसिद्ध है।
राज्य के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री का मंच पर आना
प्रधानमंत्री मोदी के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सांसद गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल समेत अन्य नेताओं ने मंच पर उपस्थित होकर कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की।
प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अडिग समर्थन, एक श्रद्धालु की कहानी
प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपार श्रद्धा दिखाने वाले 44 वर्षीय श्रवण शाह ने अपनी दीवानगी को साझा किया। बेगूसराय के पानहंस गांव के निवासी श्रवण शाह का कहना है कि वह प्रधानमंत्री मोदी के किसी भी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए किसी भी हद तक जाते हैं। वे मानते हैं कि मोदी जी ही नए भारत के राम हैं और उन्होंने देश की दिशा में महत्वपूर्ण परिवर्तन किए हैं।
श्रवण शाह ने बताया कि उन्होंने पहली बार 8 अक्टूबर 2015 को पीएम मोदी की सभा में भाग लिया था और तब से वह नियमित रूप से उनकी सभी सभाओं में जाते हैं। उनके अनुसार, यदि पैसे की कमी होती है, तो वह कर्ज लेकर भी प्रधानमंत्री की सभा में शामिल होते हैं।