दिल्ली में सीएम रेखा गुप्ता की सरकार बनने के बाद पहला विधानसभा सत्र जारी है। इस सत्र में विधानसभा के नए स्पीकर का चुनाव हुआ और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजेंद्र गुप्ता को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया। विजेंद्र गुप्ता का नाम मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रस्ताव रखा, जिसे सदन में बहुमत से स्वीकृति मिल गई।
वहीं चुनाव के बाद, नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने विजेंद्र गुप्ता से हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी। यह एक शांतिपूर्ण राजनीतिक प्रक्रिया के तहत हुआ, लेकिन इसके बाद सदन में कुछ विवाद उत्पन्न हुआ। आतिशी ने सीएम कार्यालय में लगी भीमराव आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटाए जाने का मुद्दा सदन में उठाया। उनका आरोप था कि सरकार ने इन महापुरुषों की तस्वीरें हटा दी हैं, जो लोकतंत्र और समाजवाद के प्रतीक माने जाते हैं।
आतिशी के इस आरोप के बाद सदन में हंगामा मच गया। कई सदस्य इस मुद्दे पर अपनी राय रखने के लिए खड़े हो गए। विपक्षी दलों ने सरकार पर आरोप लगाया कि यह उनकी विचारधारा और आदर्शों का अपमान है। वहीं, सत्ताधारी पार्टी ने इसे एक तकनीकी गलती बताया और कहा कि ऐसी तस्वीरें जल्द ही फिर से लगाई जाएंगी।
इस मुद्दे के अलावा, सदन में अन्य प्रशासनिक और विधायी विषयों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने संबोधन में सरकार की योजनाओं और आगामी कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर सदन में चर्चा की जाएगी और सरकार सभी मुद्दों पर सही दिशा में काम करेगी।
विजेंद्र गुप्ता के स्पीकर के रूप में चयन को लेकर राजनीतिक हलकों में मिश्रित प्रतिक्रियाएं आईं। बीजेपी समर्थकों ने इसे लोकतंत्र की जीत और विधानसभा में विपक्षी दलों की विचारधारा की आवाज़ को सम्मान देने के रूप में देखा, जबकि विपक्षी दलों ने इसे सत्ता पक्ष की बढ़त के रूप में देखा।