प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका पहुंच चुके हैं। वे भारतीय समयानुसार गुरुवार की सुबह वॉशिंगटन डीसी में उतरे। अमेरिका पहुंचते ही, पीएम मोदी ने तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। तुलसी गबार्ड को हाल ही में 12 फरवरी को अमेरिका के नेशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है। इस बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका संबंधों को और अधिक मजबूत करने पर चर्चा की।
PM का ठिकाना: ब्लेयर हाउस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान वॉशिंगटन डीसी में उनका ठिकाना ब्लेयर हाउस है, जो कि अमेरिकी राष्ट्रपति का गेस्ट हाउस है और व्हाइट हाउस के ठीक सामने स्थित है।
36 घंटे का यात्रा कार्यक्रम
पीएम मोदी के इस 36 घंटे के अमेरिकी दौरे के दौरान वे कई अहम नेताओं से मुलाकात करेंगे, जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शामिल हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी का शेड्यूल खास है, जिसमें छह द्विपक्षीय बैठकों का आयोजन किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी का यात्रा कार्यक्रम
- गुरुवार शाम 4 बजे (ET) – प्रधानमंत्री मोदी का व्हाइट हाउस पहुंचना (भारतीय समयानुसार शुक्रवार रात 2:30 बजे)
- शाम 4:05-4:50 बजे (ET) – अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बातचीत (भारतीय समयानुसार शुक्रवार रात 2:35 से 3:20 बजे तक)
- शाम 5:10-5:40 बजे (ET) – राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस (भारतीय समयानुसार शुक्रवार सुबह 3:40 से 4:10 बजे तक)
-शाम 5:40-6:40 बजे (ET) – राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा आयोजित प्राइवेट डिनर (भारतीय समयानुसार शुक्रवार सुबह 4:10 से 5:10 बजे तक)
मुख्य मुद्दों पर चर्चा
व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यापार टैरिफ, ऊर्जा, रक्षा उपकरणों की खरीदारी और अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे। 36 घंटे के दौरे के दौरान वे छह द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। खबरों के अनुसार, पीएम मोदी एलन मस्क और अन्य अमेरिकी उद्योगपतियों से भी मुलाकात कर सकते हैं, हालांकि इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
पहली मुलाकात ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में
यह डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति कार्यकाल के दूसरे चरण में पीएम मोदी और ट्रंप की पहली मुलाकात होगी। दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में, पीएम मोदी इजरायल, जापान और जॉर्डन के राष्ट्राध्यक्षों के बाद ट्रंप से मिलने वाले चौथे विदेशी नेता होंगे।