आर्मी पब्लिक स्कूल दमाना के 31 छात्रों और दो शिक्षकों, सोरभ गुप्ता (HOD साइंस) और गीता गुप्ता (TGT साइंस) ने IIT जम्मू द्वारा आयोजित 'प्रज्ञान 2025' ओपन डे विज़िटर प्रोग्राम में उत्साह के साथ भाग लिया। इस कार्यक्रम में विज्ञान और नवाचार के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित किया गया, जो छात्र-छात्राओं के लिए एक बेहतरीन अनुभव साबित हुआ।
ब्लैक होल और रोबोटिक्स पर छात्रों का रोमांचक अनुभव
कार्यक्रम में छात्रों को ग्रहगोलक के जरिए ब्लैक होल की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। इसके अलावा, छात्रों ने ड्रोन और रोबोटिक्स के वैज्ञानिक मॉडलों को देखा और उनकी कार्यप्रणाली को समझा। इन प्रदर्शनों ने छात्रों को अत्याधुनिक तकनीकी विकास के बारे में गहरी जानकारी दी।
युवाओं ने आधुनिक परिवहन प्रणाली पर प्रदर्शनी का अनुभव किया
छात्रों ने ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम पर आधारित एक प्रोजेक्ट का अवलोकन किया, जिसमें आधुनिक मोबिलिटी समाधानों और परिवहन तकनीकी में भविष्यवाणी के साथ बदलावों का प्रदर्शन किया गया। इंटरएक्टिव मॉडल्स और विस्तृत व्याख्याओं ने यह स्पष्ट किया कि कैसे परिवहन नेटवर्क में सुधार से ट्रैफिक जाम, पर्यावरणीय स्थिरता, और शहरी नियोजन जैसी समकालीन चुनौतियों का समाधान हो सकता है।
STEAM के माध्यम से छात्रों को प्रेरित करने का प्रयास
'प्रज्ञान 2025' कार्यक्रम ने छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित (STEAM) के माध्यम से तकनीकी विकास को समझने और उसका अनुभव करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस कार्यक्रम में ए.आई., रोबोटिक्स, एआर/वीआर, और UAVs (ड्रोन) के लाइव डेमोंस्ट्रेशन शामिल थे, जो छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रहे।
कलात्मक ज़ोन और STEM करियर गाइडेंस से छात्रों का उत्साह
कार्यक्रम के अंतर्गत आर्ट ज़ोन में पेंटिंग, वक्तृत्व कला और रचनात्मक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया, जिससे छात्रों की कल्पनाशक्ति को और पंख लगे। इसके साथ ही, छात्रों को STEM करियर मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया, जिससे उन्होंने भविष्य में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपने करियर के बारे में नई दिशा प्राप्त की।
नवाचार और विज्ञान के प्रति उत्साही दृष्टिकोण का विकास
'प्रज्ञान 2025' ने छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित किया और STEAM के प्रति उनकी जिज्ञासा को जागृत किया। यह कार्यक्रम शिक्षकों और IIT जम्मू के बीच एक सफल सहयोग का उदाहरण था, जिसने छात्रों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी की नई दुनिया से परिचित कराया।