देशद्रोह की हदें पार करने वाले गद्दार मो. कासिम उर्फ नौशाद की असलियत अब धीरे-धीरे उजागर हो रही है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जब देश 26 बेकसूर लोगों की मौत पर शोक मना रहा था, तब यही नौशाद इंटरनेट पर बैठकर पाकिस्तान और लश्कर-ए-तैयबा को "शुक्रिया" बोल रहा था! यही नहीं, उसने दुआएं दीं कि "अल्लाह की रहमत इन आतंकियों पर हमेशा बनी रहे।" ऐसी जहरीली सोच रखने वाले इस शख्स को झारखंड पुलिस ने गुरुवार (24 अप्रैल 2025) को बोकारो के बालीडीह इलाके से गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में सामने आया कि नौशाद असल में बिहार के दरभंगा जिले के सिमरी थाना क्षेत्र के शोभन गांव का रहने वाला है। उसका पासपोर्ट भी इसी पते पर बना हुआ है। अब झारखंड पुलिस दरभंगा पहुंचकर उसके नेटवर्क की परतें उधेड़ने में जुटी है।
सेल में नौकरी, लेकिन सोच जिहादी!
बताया जा रहा है कि नौशाद स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) में काम करता है, लेकिन सोच उसकी जहर उगलने वाली है। गांव वाले तक उसके बारे में बोलने से कतरा रहे हैं। उसका घर भी खंडहर बन चुका है। कभी-कभार ही गांव आता था। उसके पिता बीएसएल से रिटायर्ड कर्मचारी हैं।
सोशल मीडिया से फैला रहा नफरत
नौशाद सोशल मीडिया पर खुद को "इस्लामिक वकील और डेटा एक्सपर्ट" बताता था, लेकिन असल में वह कट्टरपंथी एजेंडा फैलाने वाला एक बड़ा खिलाड़ी निकला। फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स (ट्विटर) जैसे प्लेटफॉर्म्स पर यह खुलकर हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ जहर उगलता था। रामनवमी पर हिंसा भड़काना हो या पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द लिखना- इसने किसी मौके को नहीं छोड़ा। इसका ताल्लुक उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित देवबंद के वक्फ मदरसे से भी रहा है, जहां से इसने हाफिज और आलिम की पढ़ाई की। इससे पहले धनबाद और चांदपुरा के मदरसों में भी इसकी तालीम हुई।
कनेक्शन सिर्फ पाक से नहीं, आतंकियों से भी!
जानकारी के अनुसार नौशाद का कनेक्शन पटना के गांधी मैदान में हुए बम धमाकों के दोषी आतंकवादी तहसीन अख्तर उर्फ मोनू से भी जोड़ा जा रहा है। तहसीन वही आतंकी है जो दरभंगा में रहकर इंडियन मुजाहिद्दीन के सरगना यासीन भटकल के साथ मिलकर देश को दहलाने की साजिशें करता था।
दुबई से भी जुड़े हैं तार
नौशाद इंटरनेट मीडिया पर दुबई में रहने वाले अपने भाई के नाम से सिम लेकर सोशल मीडिया अकाउंट्स चला रहा था। एक्स हैंडल पर उसने खुलकर लिखा- "अगर RSS, BJP, बजरंग दल और मीडिया को निशाना बनाया जाए तो और भी खुशी होगी।" साथ में लगाई गई इमोजी उसके खतरनाक मंसूबों की गवाही देती है।
झारखंड ATS की टीम इस समय नौशाद को रांची में हिरासत में लेकर लगातार पूछताछ कर रही है। दरभंगा से लेकर बोकारो और फिर दुबई तक फैले उसके नेटवर्क की जांच तेज़ी से चल रही है। अब देखना यह है कि और कितने नौशाद जैसे गद्दार अभी भी देश में छिपे बैठे हैं।