अमेरिका के न्यू ऑर्लियंस शहर में साल 2025 के पहले दिन एक भयावह घटना हुई, जब एक संदिग्ध आतंकवादी ने ट्रक से भीड़ में घुसकर हमला कर दिया। इस हमले में 15 लोगों की जान चली गई। एफबीआई ने शम्सुद्दीन जब्बार के नाम की पहचान की है, जिसे ISIS से जुड़ा होने का संदेह है। यह घटना दुनिया भर के लिए एक गंभीर चेतावनी बन चुकी है, खासकर तब जब आरोपी अमेरिकी नागरिक निकला।
जब्बार: एक सैनिक से सिविलियन तक
शम्सुद्दीन जब्बार टेक्सास में पला-बढ़ा और अमेरिकी सेना में लगभग एक दशक तक सेवा दी। सेना से रिटायर होने के बाद उसने बहुराष्ट्रीय कंपनी डेलोइट में डेटा इंजीनियर और बिजनेस डेवलपर के रूप में काम किया। उसे लगभग 1,20,000 डॉलर (लगभग 1 करोड़ रुपये) का सालाना वेतन मिल रहा था। इसके अतिरिक्त, वह रियल एस्टेट में भी सक्रिय था और ब्लू मीडो प्रॉपर्टीज जैसी कंपनियों के लिए कार्यरत था।
जब्बार का व्यक्तिगत जीवन
जब्बार का निजी जीवन भी जटिल रहा। वह दो बार शादी कर चुका था, लेकिन दोनों रिश्ते टूट गए। पहली शादी 2012 में समाप्त हुई, जबकि दूसरी पत्नी से 2022 में उसका तलाक हो गया। इसके बाद उसे वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा, और उसने अपनी ईमेल में यह उल्लेख किया था कि वह अपने घर के कर्ज को चुकाने में असमर्थ था। उसकी दूसरी पत्नी के पति ड्वेन मार्श के मुताबिक, जब्बार ने हाल ही में इस्लाम अपनाना शुरू किया था, और इस बदलाव ने उसे मानसिक रूप से परेशान कर दिया था।
ट्रक से भीड़ पर हमला और गोलीबारी
शम्सुद्दीन जब्बार ने न्यू ऑर्लियंस की प्रसिद्ध बॉर्बन स्ट्रीट पर ट्रक से भीड़ में घुसकर हमला किया, जिससे कई लोगों की जान चली गई। इसके बाद उसने अपनी कार से उतरकर गोलियां चलानी शुरू कर दी। पुलिस ने त्वरित प्रतिक्रिया करते हुए उसे गोली मार दी। घटनास्थल से जब्बार की गाड़ी में एक एआर-स्टाइल राइफल, पिस्तौल और बम मिले, जो उसकी आतंकवादी मंशा को दर्शाते हैं।
एफबीआई की जांच
FBI का मानना है कि जब्बार इस हमले में अकेला नहीं था। घटनास्थल से कुछ वीडियो मिले हैं जिनमें अन्य संदिग्ध लोग भी वाहन में आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) रख रहे थे। साथ ही, यह भी पता चला कि जब्बार ने जिस ट्रक का इस्तेमाल किया, वह उसने ट्यूरो एप से किराए पर लिया था और यह ट्रक लगभग एक महीने पहले टेक्सास से न्यू ऑर्लियंस पहुंचा था।
पिछला आपराधिक इतिहास
जब्बार का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। 2002 में उसके खिलाफ दुराचार और चोरी के आरोप लगे थे। इसके अलावा, 2005 में उसे अवैध लाइसेंस के साथ वाहन चलाने का दोषी पाया गया था। यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि एक सामान्य नागरिक किस तरह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो सकता है और इससे दुनिया को किस तरह की खतरनाक चेतावनी मिलती है।