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'हरियाणा सरकार की साजिश की वजह से जब युमना में पानी ही नहीं आएगा', जल संकट को लेकर मंत्री आतिशी का बड़ा बयान

अगर पानी की आपूर्ति कम हो जाती है और परिणामस्वरूप इन संयंत्रों में पानी कम हो जाता है, जब हरियाणा से यमुना में कम पानी आता है. ​

Geeta
  • Jun 8 2024 7:23AM
दिल्ली में पेयजल संकट को लेकर पिछले पांच दिनों से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही थी. लेकिन सुनवाई के बाद भी इसका समाधान अभी तक नहीं निकल पाया है. वहीं इसको लेकर अब दिल्ली की मंत्री आतिशी का बड़ा बयान सामने आया है. 

 

मंत्री ने कहा कि शहर का जल संकट तब भी हल नहीं होगा, जब हिमाचल प्रदेश भी राष्ट्रीय राजधानी के लिए पानी छोड़ दे. ऐसा इसलिए कि हरियाणा ने दिल्ली के कोटे का पानी छोड़ने का काम कम कर दिया है. अब इस मसले पर सोमवार को सुनवाई होगी.
मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली अपनी पूरी जलापूर्ति के लिए यमुना पर निर्भर है. नदी में जो पानी आता है. वहीं, हरियाणा से छोड़ा जाता है. यमुना में आने वाला पानी वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जल शोधन संयंत्रों को दिया जाता है. 

 

उन्होंने कहा कि अगर पानी की आपूर्ति कम हो जाती है और परिणामस्वरूप इन संयंत्रों में पानी कम हो जाता है, जब हरियाणा से यमुना में कम पानी आता है.

 

उन्होंने कहा कि जब पानी ही नहीं आएगा तो ये संयंत्र पानी कहां से बनाएंगे? इससे आपूर्ति प्रभावित होगी और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. गौरतलब है कि, दिल्ली में पेयजल संकट को लेकर हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से अदालत को कहा जा रहा है कि वह मदद करने के लिए तैयार है, लेकिन जल मंत्री का कहना है कि हरियाणा सरकार अब साजिश कर रही है कि अगर हिमाचल प्रदेश पानी दे भी देता है तो दिल्लीवासियों की समस्या हल नहीं होगी. हरियाणा लगातार वजीराबाद को भेजा जाने वाला पानी रोक रहा है.

 

उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को शीर्ष अदालत के समक्ष लाया जाएगा और उम्मीद है कि राजधानी को अपने हिस्से का पानी और हिमाचल प्रदेश से अतिरिक्त पानी बिना किसी बाधा के मिलेगा.

 

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