वाराणसी में औरंगाबाद मोहल्ले का नाम बदलने का प्रस्ताव आज नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक में चर्चा के लिए रखा जाएगा। इस बैठक में औरंगाबाद का नाम बदलकर लक्ष्मीनगर या नारायणी धाम रखने की मांग को मंजूरी मिल सकती है। बैठक में नगर निगम के मेयर की अध्यक्षता में यह मुद्दा उठाया जाएगा और इसके बाद इस पर फैसला लिया जाएगा। साथ ही, काशी में मुस्लिम शब्दों वाले कई मोहल्लों के नाम बदलने को लेकर भी प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे अनुमोदित किया जा सकता है।
बता दें कि इस बदलाव की प्रक्रिया में कुल 50 से अधिक मोहल्लों के नाम बदलने की तैयारी की जा रही है। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्वानों को इस कार्य में लगाया गया है, जो पौराणिक मान्यताओं और काशी खंडोक्त के आधार पर मोहल्लों के नए नामों का ड्राफ्ट तैयार करेंगे। संपूर्णानंद विश्वविद्यालय के विद्वान अपने-अपने स्तर पर इस काम को पूरा करेंगे और नाम परिवर्तन का खाका तैयार करेंगे।
बीजेपी के नगर निगम पार्षदों ने इस मुद्दे पर रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी थी, जिसके बाद नाम बदलने की प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाने की शुरुआत की गई। पहले चरण में 50 से अधिक मोहल्लों के नाम बदले जाने का प्रस्ताव है।
बीजेपी के पार्षदों के मुताबिक, काशी खंडोक्त और पौराणिक आधार पर नामों में बदलाव की प्रक्रिया को गति देने का प्रस्ताव नगर निगम प्रशासन को सौंपा गया था। अब इस बदलाव के लिए मसौदा तैयार किया जा चुका है, जिसे अगले 20 दिनों में नगर निगम को सौंपा जाएगा। उसके बाद इस प्रस्ताव को नगर निगम की कार्यकारिणी और सदन में पेश किया जाएगा, जहां इस पर विधिवत चर्चा होगी और फिर नाम बदलने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई जाएगी।
यह प्रक्रिया मुस्लिम और हिंदू दोनों मोहल्लों के नाम बदलने से संबंधित है। इस प्रस्ताव के मुताबिक, कुल 70 फीसदी मुस्लिम मोहल्लों और 30 फीसदी हिंदू मोहल्लों के नाम बदलने की योजना है। इसका उद्देश्य काशी को भारतीय संस्कृति और पौराणिकता से जोड़ते हुए इन मोहल्लों के नामों में बदलाव करना है। इस बदलाव से काशी के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को और अधिक उजागर किया जा सकेगा, जो भारत के सांस्कृतिक धरोहर के रूप में दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
इस नाम बदलने की प्रक्रिया को लेकर नगर निगम और बीजेपी के पार्षदों ने जो पहल की है, वह एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है, जो काशी की पहचान को और मजबूत करेगा। हालांकि, इस प्रस्ताव के लागू होने के बाद इसे लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएं भी आ सकती हैं।