इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ
उत्तर प्रदेश की आम उत्पादक क्षमता को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से मण्डलायुक्त लखनऊ डॉ0 रोशन जैकब ने आज केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, काकोरी रहमानखेड़ा, लखनऊ का निरीक्षण किया। यह संस्थान आम की हाइब्रिड वैरायटी विकसित करने, किसानों को स्मार्ट ऑर्चर्ड स्थापित करने तथा अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप निर्यात योग्य कृषि उत्पाद तैयार करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त ने संस्थान में विकसित की जा रही आधुनिक तकनीकों, प्रोसेसिंग यूनिट्स, पैकिंग एवं निर्यात की व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया। उन्होंने संस्थान द्वारा निर्मित निर्यात योग्य फलों की पैकिंग पद्धति और उपयोग में लाए जा रहे विशेष बॉक्सेस की गुणवत्ता की सराहना की। मण्डलायुक्त ने उपस्थित केंद्र के प्रबंधकों से संवाद कर उनकी समस्याओं, प्रशिक्षण आवश्यकताओं और बाजार से जुड़ी चुनौतियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के आमों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में विशिष्ट पहचान है और इस पहचान को बनाए रखने हेतु गुणवत्ता में किसी प्रकार की कोताही स्वीकार्य नहीं होगी।
उन्होंने संस्थान द्वारा किसानों को गुड एग्रीकल्चर प्रैक्टिसेस (GAP) में प्रशिक्षित करने की प्रक्रिया भूरी भूरी प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने तकनीक के प्रभावी प्रयोग से कृषि विपणन को और मजबूत करने पर जोर दिया। मण्डलायुक्त ने यह भी सुझाव दिया कि आमों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए संस्थान व्यापारिक भागीदारों, निर्यातकों और विदेशी क्रेताओं के साथ समन्वय स्थापित करे, जिससे राज्य के किसानों को उचित मूल्य और वैश्विक पहचान प्राप्त हो सके। निरीक्षण के अंत में मण्डलायुक्त ने संस्थान द्वारा किए जा रहे नवाचारों की सराहना की और आशा व्यक्त की कि यह केंद्र उत्तर भारत में बागवानी के क्षेत्र में नई दिशा प्रदान करेगा।