प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के कुवैत दौरे के लिए रवाना हो चुके हैं, जो दोनों देशों के बीच रिश्तों को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। कुवैत का यह दौरा मोदी सरकार के विदेश नीति के तहत भारत के मध्य-पूर्व क्षेत्र के साथ संबंधों को और मजबूत करने की एक कड़ी है। यह दौरा न केवल कुवैत और भारत के द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि यह भारतीय समुदाय से जुड़ी अहम चर्चाओं और सहयोगों को भी प्रोत्साहित करेगा।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी इस दौरे के दौरान कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल-अहमद अल-जबर अल-सबा, क्राउन प्रिंस शेख मिषल अल-अहमद अल-सबा और प्रधानमंत्री शेख अहमद नसर अल-मोहम्मद अल-सबा से मुलाकात करेंगे। इन मुलाकातों में दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग, जैसे कि व्यापार, ऊर्जा, सुरक्षा और संस्कृति, को बढ़ावा देने पर चर्चा की जाएगी।
भारत और कुवैत के बीच व्यापारिक संबंध पहले से मजबूत हैं, और यह दौरा इन संबंधों को और विस्तार देने के लिए एक आदर्श अवसर है। कुवैत के साथ भारत का 2023-24 में व्यापार लगभग 19.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच चुका है, जो दोनों देशों के लिए आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देने वाला संकेत है।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी अरबियन गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भी भाग लेंगे। यह आयोजन कुवैत में फुटबॉल प्रेमियों के लिए बड़ा उत्सव है, और मोदी का इसमें भाग लेना भारत और कुवैत के सांस्कृतिक और खेल संबंधों को भी बढ़ावा देगा।
इस दौरे को कुवैत और भारत के ऐतिहासिक संबंधों को नई दिशा देने के रूप में देखा जा रहा है, जो न केवल आर्थिक और व्यापारिक दृष्टिकोण से, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।