इनपुट- रवि शर्मा, लखनऊ
आज कार्यालय मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड गोखले मार्ग लखनऊ मुख्यालय पर राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन उप्र और विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ के साथ संयुक्त रूप से निजीकरण के विरुद्ध महापंचायत आयोजित किया गया। सभा के अध्यक्षता जूनियर इंजीनियर संगठन के मध्यांचल अध्यक्ष इं. डी. के. प्रजापति तथा लेसा ट्रांस के सचिव एस के विश्वकर्मा ने किया।
ऊर्जा सेक्टर के दो बड़े डिस्कॉम पूर्वांचल और दक्षिणांचल का निजीकरण से आम जनता और उपभोक्ता के ऊपर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ और नुकसान पर चर्चा किए गए। सार्वजनिक क्षेत्र को निजी घरानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से और उपभोक्ता, किसान, रोजगार के लिए तैयारी कर छात्र के शोषण पहुंचने के उद्देश्य से किए जा रहे निजीकरण की घोर निंदा सभी ने की। कार्यक्रम में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के पूर्व अध्यक्ष और महासचिव इं. जय प्रकाश ने बताया कि देश अथवा प्रदेश के जिन स्थानों पर पूर्व में निजीकरण का प्रयोग किए गए वहां निजीकरण बुरी तरह असफल रहा।
इसके प्रयोग से बिजली की दरे मंहगी होने के साथ ही सार्वजनिक सेक्टर में कार्य कर रहे विद्युतकर्मियों के सेवा शर्तों बुरी तरह प्रभावित हुए। उप्र पावर कार्पोरेशन लंबे अवधि का अनुबंध कर लगातार मंहगी बिजली खरीदकर आगरा में टोरंट एवं नोएडा में एनपीसीएल को दिए जाने से उप्र ऊर्जा सेक्टर की आर्थिक हानि कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल डिस्कॉम को पीपीपी मॉडल पर निजीकरण किए जाने हेतु बिडिंग खोले जाने एवं कंसलटेंट रखे जाने हेतु की जा रही कार्यवाही पूरी तरह अंसवैधानिक है यह "conflict of Interest" प्रकरण में माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा पारित निर्णय की खुली अवहेलना है।
दोनों डिस्कॉम पूर्वांचल और दक्षिणांचल के निजीकरण से कर्मठ कर्मचारियों के सेवा शर्तों में भारी गिरावट के साथ भारी मात्रा में छठनी का सामना करना पड़ेगा।कार्यक्रम में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन से पूर्व अध्यक्ष/महासचिव इं जय प्रकाश, अधिशासी अभियंता इं शैलेन्द्र कुमार, इं.राकेश कुमार ,मध्यांचल शाखा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं संदीप मौर्य, लेसा के अध्यक्ष इं अरविंदर कुमार, लेसा ट्रांस के अध्यक्ष इं चंद्रशेखर, सचिव संतोष कुमार विश्वकर्मा पारेषण/ट्रांसको के प्रदेश स्तर के पदाधिकारी इं एम वी सिंह, पंकज कुशवाहा और मध्यांचल के अंतर्गत समस्त जनपद के अध्यक्ष/सचिव और सदस्य साथ ही विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ से विभांशु कुमार सिंह, इंदल चौधरी, कलीम कुरैशी,राम सिंह सुनील प्रजापति, अवतार सिंह, मुकेश यादव, बृजेश कुमार, धर्मेंद्र शर्मा इत्यादि सभा में शामिल हुए।