हरियाणा के पानीपत जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। जिसमें एक गोरक्षक के साथ पुलिस द्वारा कथित मारपीट और दुर्व्यवहार का वीडियो सामने आया है। यह मामला उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर डायल-112 में तैनात पुलिसकर्मियों पर गोरक्षक को पीटने और रिश्वत की पेशकश करने का आरोप लगा है।
इस घटना को लेकर पीड़ित करन ने बताया कि उसे अवैध पशु तस्करी की गुप्त सूचना मिली थी। बुधवार (16 अप्रैल 2025) को वह अपनी टीम के साथ सनौली थाना पहुंचा और वहां पुलिस को इस बारे में सूचित किया। पुलिस ने यमुना नाका पर बैरिकेड्स लगाकर एक बोलेरो गाड़ी को रोका, जिसमें छह गायों को भरे गए थे। जानवरों के पास न चारा था, न ही पानी। पुलिस द्वारा दस्तावेज़ मांगे जाने पर वाहन में सवार लोग कोई वैध पेपर नहीं दिखा पाए।
कुछ ही समय बाद एक ट्रक भी उसी दिशा से आया, जिसमें लगभग 25 से 30 भैंसें थीं। ट्रक को भी पुलिस ने रोका, लेकिन कुछ समय बाद वह यूपी की ओर तेज़ रफ्तार में चला गया। जब करन ने इस पर आपत्ति जताई और पुलिसकर्मियों से सवाल किया, तो मामला उल्टा उसी पर आ गिरा।
करन का कहना है कि जब उसने पुलिस से जवाब माँगा कि गाड़ियां थाने क्यों नहीं ले जाई गईं, तो पुलिसकर्मी भड़क उठे। उन्होंने न सिर्फ़ उसके साथ गाली-गलौज की, बल्कि उसकी चोटी पकड़कर खींचने की कोशिश भी की। करन ने इसे अपनी धार्मिक आस्था का अपमान बताया और इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की।
SP ने जांच के दिए आदेश
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिससे मामला और तूल पकड़ गया है। करन की शिकायत के बाद पानीपत के एसपी लोकेंद्र सिंह ने समालखा के डीएसपी को जांच का आदेश दे दिया है। एसपी का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
करन ने दावा किया है कि कुछ पुलिसकर्मी तस्करों से मिले हुए हैं और रात के समय उनसे अवैध वसूली करते हैं। उनका कहना है कि यह पहली बार नहीं है, बल्कि अक्सर ऐसे मामलों में पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है या मिलीभगत का हिस्सा बन जाती है।