गजराज कोर की अगुवाई में रविवार को असम के सोनितपुर जिले के घोरामारी स्थित हेम बरुआ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक भव्य पूर्व सैनिक रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में लगभग 3000 पूर्व सैनिकों (ESM), सैनिकों की विधवाओं, विधवाओं और युद्ध में घायल हुए सैनिकों ने भाग लिया।
रैली के मुख्य अतिथि, 71 इंफैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC) मेजर जनरल एच एस गिल, येसएम ने अपने संबोधन में संगठन की ओर से पूर्व सैनिकों के प्रति समर्पण और उनके बलिदानों के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना हमेशा पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और उनका योगदान राष्ट्र निर्माण में अनमोल है।
सैनिक कल्याण निदेशक ने अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान की
इस कार्यक्रम में ब्रिगेडियर पोलाश चौधरी (सेवानिवृत्त), निदेशक, सैनिक कल्याण निदेशालय, असम ने जरूरतमंद अनाथ बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत सरकार और असम सरकार पूर्व सैनिकों की समस्याओं और कल्याण के प्रति संवेदनशील हैं। उन्होंने बताया कि नई कल्याण योजनाओं और रोजगार के अवसरों के माध्यम से पूर्व सैनिकों के लाभ के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
पूर्व सैनिकों के लिए जागरूकता एवं कल्याण काउंटर स्थापित
रैली में विभिन्न कल्याण काउंटर भी स्थापित किए गए थे, जिनमें पीसीडीए (P), एसबीआई, एक्सिस बैंक, पशुपालन एवं कृषि विभाग सहित कई अन्य विभागों के प्रतिनिधियों ने पूर्व सैनिकों की समस्याओं का समाधान किया और उन्हें योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
वीर नारी, वीर माताओं और युद्ध के बलिदानी सैनिकों का सम्मान
रैली में युद्ध में शहीद हुए सैनिकों, वीर नारियों और वीर माताओं को सम्मानित किया गया। उन्हें विशेष रूप से सलाम किया गया और उनके साहस और बलिदान को याद किया गया।
'राष्ट्रवादी कृतज्ञता और जागरूकता योजना' में भाग लेने की अपील
निदेशक ब्रिगेडियर पोलाश चौधरी ने पूर्व सैनिकों से अपील की कि वे असम के माननीय राज्यपाल द्वारा शुरू की गई 'राष्ट्रवादी कृतज्ञता और जागरूकता योजना' में सक्रिय रूप से भाग लें, जिसका उद्देश्य स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को अनुशासन, राष्ट्रवाद और देशभक्ति के महत्व को समझाना है। यह योजना राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए युवाओं को प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस आयोजन ने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को सम्मानित किया।