क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें बोर्ड के वार्षिक समारोह के दौरान शनिवार को मुंबई में दिया जाएगा।
तेंदुलकर का शानदार करियर
जानकारी के लिए बता दें कि, सचिन तेंदुलकर ने भारत के लिए 664 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और क्रिकेट इतिहास में सबसे अधिक टेस्ट और वनडे रन बनाने का रिकॉर्ड उनके नाम है। बीसीसीआई ने मीडिया को बताया, "सचिन तेंदुलकर को 2024 के लिए सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार मिलेगा।" सचिन तेंदुलकर ने कुल 200 टेस्ट और 463 वनडे मैच खेले, जो कि किसी भी अन्य क्रिकेट खिलाड़ी द्वारा सर्वाधिक हैं। उन्होंने 18,426 वनडे रन और 15,921 टेस्ट रन बनाए हैं। इसके अलावा, उनका एकमात्र टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेला गया है। सचिन तेंदुलकर को उनके युग का सबसे महान बल्लेबाज माना जाता है। वे किसी भी परिस्थिति में रन बनाने में माहिर थे। तेंदुलकर ने 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में 16 वर्ष और 205 दिनों की उम्र में पदार्पण किया था और इसके बाद उन्होंने 24 साल तक क्रिकेट जगत में अपना दबदबा बनाए रखा।
100 शतकों का रिकॉर्ड
तेंदुलकर के नाम टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूपों में 100 शतक लगाने का अनमोल रिकॉर्ड है। इसके अलावा, वे भारत की 2011 विश्व कप विजेता टीम के अहम सदस्य थे और यह उनका छठा और आखिरी विश्व कप था।
दुनिया के गेंदबाजों का खौफ
सचिन की बल्लेबाजी देखने के लिए पूरी दुनिया का ध्यान उनके ऊपर रहता था। उनके खेलने के दौर में, प्रतिद्वंद्वी टीमों के गेंदबाजों में उनका खौफ था। कई दिग्गज गेंदबाजों ने कहा है कि भारतीय बल्लेबाजों में उन्हें केवल सचिन से ही सबसे ज्यादा परेशानी होती थी।
तेंदुलकर का पुरस्कारों का इतिहास
सचिन तेंदुलकर इस पुरस्कार के 31वें प्राप्तकर्ता होंगे। बीसीसीआई ने भारत के पहले कप्तान कर्नल सीके नायडू के सम्मान में 1994 में यह पुरस्कार शुरू किया था। नायडू का क्रिकेट करियर 1916 से 1963 तक चला और उनका 47 वर्षों का प्रथम श्रेणी करियर एक विश्व रिकॉर्ड है। नायडू ने प्रशासक के रूप में भी क्रिकेट की सेवा की थी।
पूर्व कोचों को भी मिला था सम्मान
इससे पहले भी यह अवार्ड कई लोगों को मिल चुके है। दरअसल, पिछले वर्ष 2023 में भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री और पूर्व दिग्गज विकेटकीपर फारुख इंजीनियर को भी यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया था।