महाराष्ट्र के अहिल्यानगर जिले में हिन्दुओं को हानिकारक इंजेक्शन दिए जाने का मामला सामने आया है। यह आरोप एक झोलाछाप पर लगा है जिसका नाम इमरान खान है। इमरान लोगों के बीच खुद को डॉक्टर बताया करता था। हिन्दू संगठन के सदस्यों ने रविवार (16 मार्च 2025) को इमरान को एक गाँव में पकड़ लिया। इमरान अपनी करतूतों को एक स्थानीय कॉन्ग्रेस नेता के कार्यालय में अंजाम देता था। उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पूछताछ में इमरान ने प्रशासन के आगे अपना गुनाह कबूल किया है।
यह घटना अहिल्यनगर जिले के संगमनेर तालुका की है। यहाँ स्थानीय कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात ने शक्कर कारखाना में किसान संगठन कार्यालय खोल रखा है। इसी ऑफिस में इमरान खान नाम का युवक खुद को डॉक्टर बताते हुए एक बिना रजिस्टर्ड क्लिनिक चला रहा था। वह आसपास के सीधे-साधे ग्रामीणों को बिना डॉक्टरी सलाह के इंजेक्शन दिया करता था। इन इजेक्शनों में स्टेरॉयड की मात्रा तय सीमा से अधिक हुआ करती थी।
इमरान की इस करतूत से ग्रामीणों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा था। इस करतूत की जानकारी जैसे-तैसे हिन्दू संगठन से जुड़े सदस्यों को हो गई। सूचना पर 16 मार्च को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुँचे। सूचना सही पाई गई और इमरान रंगे हाथों दबोच लिया गया। उसके पास से कई कथित दवाएँ तरल पदार्थ के तौर पर मिलीं। उन दवाओं पर कोई नाम नहीं था।
हिन्दू संगठन के सदस्यों को देखते ही कांग्रेस नेता के समर्थक उनसे बहस करने लगे। वो झोलाछाप इमरान को जैसे-तैसे बचाने की फिराक में थे। विवाद की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँच गई। पुलिस को आता देख कर इमरान को बचा रहे कांग्रेस कार्यालय में जुटे कार्यकर्ता मौके से भाग निकले। पुलिस ने पहुँचते ही जाँच शुरू कर दी। शुरुआती जाँच में पता चला कि इमरान के पास डॉक्टरी का कोई लाइसेंस नहीं था।
इमरान के पास से मिली दवाएँ इंसानों के गुर्दों को नुकसान पहुँचाने वाली पाई गईं। इनसे गुर्दे फेल तक हो सकते हैं। आगे की पूछताछ में यह भी सामने आया कि इमरान प्रति ग्रामीण 400 रुपए वसूलता था। हैरानी की बात यह भी रही कि लम्बे समय से डॉक्टर बन कर लोगों की आँखों में धूल झोंक रहा इमरान महज आठवीं तक पढ़ा था। उसने कई ग्रामीणों को अपनी दवाएँ दे रखी थीं। हिन्दू संगठन के सदस्यों सहित पीड़ित ग्रामीणों ने इमरान के खिलाफ कठोर कार्रवाई की माँग उठाई है। फ़िलहाल मामले में प्रशासन की जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई जारी है।