महाराष्ट्र के सांगली जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहाँ छत्रपति संभाजी महराज के बलिदान दिवस को मनाना एक स्कूल को नागवार गुजरा है। स्कूल की तरफ से 2 छात्रों को अपमानित कर के क्लास से बाहर निकाल दिया गया। यही नहीं, पीड़ितों को चिलचिलाती धूप में खड़े होने की भी सजा दी गई। मामला सामने आने के बाद हिन्दू संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। आरोपितों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है। घटना बुधवार (12 मार्च 2025) की है।
यह मामला सांगली के थानाक्षेत्र संजय नगर का है। यहाँ कर्मवीर भाऊराव पाटिल स्कूल है जो इंग्लिश मीडियम बताया जाता है। इसी स्कूल में क्लास 3 में शौर्य लेगारे और कक्षा 9 में आर्यन चव्हाण पढ़ते हैं। ये दोनों महाराष्ट्र के जन-जन में विख्यात छत्रपति संभाजी महराज का बलिदान दिवस अपनी श्रद्धा से कई वर्षों से मना रहे थे। हर साल की ही तरह इस बार भी ये दोनों छात्र 29 फरवरी से धर्मवीर बलिदान मास मना रहे हैं।
इसी माह 12 मार्च को ये दोनों धर्मनिष्ठ छात्र स्कूल छत्रपति संभाजी महराज के प्रति श्रद्धा प्रकट करने बिना चप्पल पहने स्कूल गए थे। स्कूल में इन छात्रों को टीचर गाडगे, माली, जगताप और संचालक अजीत सूर्यवंशी मिले। इन सभी ने बच्चों से चप्पल न पहन कर आने की वजह पूछी। बच्चे कुछ जवाब दे पाते इस से पहले इन दोनों बच्चों को क्लास से बाहर निकाल दिया गया। दोनों से कहा गया, "इस स्कूल में ऐसे काम नहीं चलेंगे।" इसी के साथ दोनों छात्रों को कड़ी धूप में खड़े होने की सजा दे दी गई।
दोनों बच्चों का इतना अपमान करने के बावजूद स्कूल के टीचरों और अन्य आरोपितों का मन नहीं भरा। उन्होंने पीड़ितों से कहा, "तुम जैसों की इस स्कूल में कोई जरूरत नहीं है।" दोनों को स्कूल से निकाल दिया गया और घर जाने को बोला गया। आरोप यह भी है कि स्कूल में बच्चों को शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित भी किया गया। दोनों बच्चों ने अपने साथ हुई इस प्रताड़ना की सूचना अपने घर आ कर दी।
पीड़ित बच्चों के परिजनों के माध्यम से यह बात श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान नाम के संगठन तक पहुँची। इस संगठन के सदस्यों ने एकजुट हो कर स्कूल के खिलाफ संजय नगर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में सभी आरोपितों पर कठोर कार्रवाई की माँग की गई है। वहीं यह हरकत आम जनमानस तक पहुँची तो वो भी आंदोलित हो उठे। लोगों का आक्रोश देख कर कर्मवीर भाऊराव पाटिल स्कूल प्रशासन बैकफुट पर आया। उन्होंने दोनों बच्चों को फिर से स्कूल में एडमिशन दे दिया।
हालाँकि इस एक्शन के बावजूद लोगों का गुस्सा शाँत नहीं हुआ है। अभी भी आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की माँग जोर पकड़ रही है। पुलिस ने इस शिकायत पर जाँच शुरू कर दी है। शिकायत में श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान के सदस्य शिवम हसबे, शिवतेज पाटिल, अविनाश धागे, महादेव पवार, रोहित काले, ओमकार गाडे, सागर गलांडे, अक्षय शिंदे, राहुल बोलज, सचिन सूर्यवंशी, शिवराज बेडगे, प्रतीक रसाला, यश भोसले, रोहित पाटिल आदि के हस्ताक्षर हैं।