हरियाणा के नूंह के एक गांव से रूह कंपा देने वाली वारदात सामने आई है, जिसने इंसानियत को तार-तार कर दिया। गांव की मस्जिद का इमाम, जिसे लोग रहनुमा मानते थे, वही दरिंदा बन बैठा! इमाम नौशाद पर आरोप है कि उसने अपने साथी आकिल के साथ मिलकर एक मासूम नाबालिग बच्ची को पहले अगवा किया और फिर सुनसान इलाके में ले जाकर बारी-बारी से हवस का नंगा खेल खेला।
सुबह बेटी घर से गायब, परिवार के उड़े होश
परिवार ने बताया कि 3 अप्रैल 2025 की सुबह जब जागे तो बेटी गायब थी। पहले तो खुद ही ढूंढने की कोशिश की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला, तो एक कॉल से पता चला कि लड़की नूंह के एक गांव में है। घबराए परिजन तुरंत वहां पहुंचे और बच्ची को घर वापस लाए। घर आते ही जो कहानी बेटी ने सुनाई, उसने पूरे परिवार की रूह को झकझोर दिया।
शर्मसार कर देने वाली दरिंदगी, जंगल में रचा शैतानी खेल
पीड़िता ने बताया कि गांव का ही इमाम नौशाद उसे बाइक पर बैठाकर ले गया। रास्ते में उसका गुर्गा आकिल भी मिला। दोनों हैवानों ने मिलकर मासूम को सीलखो पहाड़ के वीराने में ले जाकर अपनी हवस का शिकार बनाया। दरिंदों ने उसे धमकाया कि अगर किसी को बताया तो जान से मार देंगे।
पुलिस से बचने की कोशिश, ग्रामीणों ने दबोचा
मौलाना और अन्य दरिंदे जब नूंह की ओर भाग रहे थे तो सामने पुलिस की गाड़ी देख कर डर के मारे बाइक का रास्ता बदल दिया। लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया- गांव वालों ने उन्हें पकड़ लिया और तुरंत पीड़िता के परिवार को सूचना दी। इसके बाद परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
बेशर्मी की हद! उल्टा पीड़िता के परिवार को धमकाया
इतना सब होने के बाद भी आरोपी बेशर्मी पर उतर आए। परिवार ने बताया कि पंचायत के स्तर पर मामला सुलझाने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन आरोपी इमाम ने उल्टा पीड़िता के परिवार को व्हाट्सएप पर कॉल कर झूठे केस में फंसाने की धमकी दे डाली!
इस मामले में तावडू सदर थाना प्रभारी जितेंद्र यादव ने कहा है कि, पीड़ित पक्ष की शिकायत पर 2 नामजद आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस टीम आरोपितों को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही है।