भारत सरकार ने देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायुसेना के Mi-17 V5 हेलिकॉप्टरों के लिए अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर (EW) सूट, एयरक्राफ्ट मोडिफिकेशन किट्स और संबंधित उपकरणों की खरीद हेतु भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), बेंगलुरु के साथ ₹2,385.36 करोड़ का बड़ा अनुबंध किया है। यह अनुबंध ‘बाय (इंडियन- इंडीजिनसली डिजाइनड, डेवलप्ड एंड मैन्युफैक्चर्ड)’ कैटेगरी के तहत आज यानी 7 अप्रैल 2025 को नई दिल्ली में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की उपस्थिति में हस्ताक्षरित हुआ।
दुश्मन के इलाके में बढ़ेगी हेलिकॉप्टरों की ताकत
यह नया EW सूट वायुसेना के Mi-17 V5 हेलिकॉप्टरों की लड़ाकू क्षमताओं में जबरदस्त इजाफा करेगा। विशेष रूप से, यह दुश्मन के रडार और मिसाइल हमलों से बचाव के लिहाज से ऑपरेशनल सर्वाइवेबिलिटी (सुरक्षा) को कई गुना बढ़ा देगा। कठिन हालात में हेलिकॉप्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह तकनीक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
स्वदेशी उद्योगों को मिलेगा जबरदस्त बढ़ावा
इस परियोजना का सबसे अहम पहलू यह है कि इस EW सूट के निर्माण में ज्यादातर सब-असेंबली और पुर्जे स्वदेशी आपूर्तिकर्ताओं से प्राप्त किए जाएंगे। इससे घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग, विशेषकर एमएसएमई सेक्टर को बड़ा लाभ मिलेगा और भारतीय रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार होगा। सरकार का उद्देश्य स्वदेशी उत्पादन को प्रोत्साहन देकर भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।
मेक इन इंडिया मिशन को मिलेगा नया आयाम
Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर के लिए विकसित यह एडवांस्ड EW सूट स्वदेशी रक्षा तकनीक में मील का पत्थर माना जा रहा है। यह पहल ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों के तहत भारत की तकनीकी क्षमताओं को नई ऊंचाई तक पहुंचाएगी। रक्षा मंत्रालय का यह कदम भारतीय रक्षा उत्पादन को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में निर्णायक साबित हो सकता है।