आज भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कर्तव्य पथ पर आयोजित राजकीय समारोह में भाग लेंगी। इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो भारत आए हैं। आज भारत की संस्कृति और सैन्य ताकत का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा।
आज के इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 'फ्लाई-पास्ट' होगा, जिसमें भारतीय वायुसेना के विमानों का शानदार प्रदर्शन देखने को मिलेगा। देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और उन्नत सैन्य क्षमताओं का अनोखा संगम प्रस्तुत किया जाएगा, जो देश की ताकत और अखंडता का प्रतिनिधित्व करेगा।
रष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया।राष्ट्रीय ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी गई।
कर्तव्य पथ पर भारतीय सेना की परेड
गणतंत्र दिवस परेड कर्तव्य पथ पर चल रही है. भारतीय सेना दुनिया को अपनी ताकत दिखा रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारतीय सेना की टुकड़ी के गुजरने पर सलामी देती हैं।
76वें गणतंत्र दिवस की पहली हवाई संरचना
76वें गणतंत्र दिवस की पहली हवाई संरचना, ‘ध्वज संरचना’, 129 हेलीकॉप्टर यूनिट के Mi-17 1V हेलीकॉप्टर आसमान से उड़ान भरते हुए राष्ट्रीय ध्वज के साथ-साथ सेना, नौसेना और वायु सेना के संबंधित सेवा ध्वजों को ले जा रहे हैं और पुष्प वर्षा कर रहे हैं।
इंडोनेशियाई सैन्य बैंड ने कर्तव्य पथ पर किया मार्च
इंडोनेशियाई सैन्य अकादमी के 190 सदस्यीय बैंड जेंडरंग सुलिंग कांका लोकानंता और इंडोनेशियाई राष्ट्रीय सशस्त्र बलों (टीएनआई) की सभी शाखाओं के 152 कर्मियों से युक्त मार्चिंग टुकड़ी ने 76वें गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर मार्च किया। इस साल इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में भाग ले रहे हैं।
आज संविधान के लागू होने के 75 साल पूरे
इस साल 26 जनवरी इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन संविधान लागू होने के 75 साल पूरे हो रहे हैं. संविधान को 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था। परेड से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर देश के शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. परेड सुबह राष्ट्रीय सलामी के साथ शुरू होगी और 90 मिनट तक जारी रहेगी, जिसमें भारत की विरासत और विकास यात्रा का प्रदर्शन किया जाएगा।