इनपुट-रोहित बाजपेई, लखनऊ
नॉर्दर्न रेलवे लखनऊ मंडल मैं पेंशनधारियों के नहीं होते हैं काम बुजुर्ग पेंशनधारी विभाग के चक्कर लगाकर थक हार जाते हैं,लेकिन विभाग में बैठे हुए अधिकारी और कर्मचारी अपने ही विभाग के पूर्व कर्मचारी /पेंशनधारियों के लिए मुसीबत का कारण बने हुए हैं l
लखनऊ मंडल के सीडीओ ऑफिस से रिटायर्ड बुजुर्ग अपनी पत्नी का पीपीओ मैं जन्मतिथि सही कराने के लिए फरवरी में एक प्रार्थना पत्र देते हैं । तभी उन्हें बताया जाता है की पीपीओ नंबर भी गलत है एक ही पीपीओ दो लोगों को अलॉट हो गया है सही करना पड़ेगा l बुजुर्ग कर्मचारी बार-बार ना आने की असमर्थता बताते हुए कहते हैं कि कृपया उसे भी ठीक करा दिया जाए। पेंशन विभाग से फाइल अकाउंट विभाग में चली जाती है अकाउंट विभाग में बैठे हुए कर्मचारी अनिल द्वारा बताया जाता है कि पीपीओ सही करने के लिए मेल कर दी गई है लेकिन 9 महीने में अभी भी बुजुर्ग पेंशनधारी के किसी भी काम का निस्तारण नहीं कराया गया l
अकाउंट विभाग के कर्मचारी अनिल द्वारा अपनी जिम्मेदारी का पूर्ण रूप से निर्वाह नहीं किया जा रहा है और बुजुर्ग को बार-बार ऑफिस दौड़ाया जा रहा है जिस कारण उस बुजुर्ग पेंशनधारी और उसकी पत्नी को मेडिकल सुविधा भी नहीं मिल पा रही है l विभाग की गलती की सजा बुजुर्ग पेंशनधारी भुगत रहा है विभाग में बैठे हुए कर्मचारी और अधिकारी सिर्फ बुजुर्ग पेंशनधारी को दौड़ा रहे हैं ,जबकि पहले ही बुजुर्ग पेंशनधारी ने बार-बार आने में असमर्थता बताई थी लेकिन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी बुजुर्ग दंपति के लिए निष्क्रिय साबित हो रहे हैं l