भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकी-नक्सल गठजोड़ के संदर्भ में एक बड़ी कार्रवाई की है। इस विशेष अभियान के तहत जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में एक साथ छापेमारी की गई। इस छापेमारी में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है, जो इस गठजोड़ के मामले में मुख्य संदिग्ध माने जा रहे हैं। अभी भी कार्रवाई जारी है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले सहित पूरे भारत में कई स्थानों छापेमारी कर रही है। यह छापेमारी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन की गतिविधियों से जुड़े मामले में की जा रही है। बता दें कि महाराष्ट्र के संभाजी नगर, जालना और नासिक के मालेगांव में शनिवार तड़के चार बजे से राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और एंटी टेररिस्ट स्कॉड(एटीएस) नें संयुक्त रूप से छापा मारा है।
वहीं, उत्तर प्रदेश में, विशेष रूप से पूर्वी हिस्से में, संदिग्धों के खिलाफ साक्ष्य इकट्ठा किए गए। असम और दिल्ली में ये रेड डाली है। बताया जा रहा है कि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संलिप्तता को लेकर एनआईए मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई उन सूचनाओं के आधार पर की गई है, जिनमें यह बताया गया था कि कुछ नक्सली तत्व आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर देश में अस्थिरता फैलाने की योजना बना रहे हैं। एजेंसी ने यह भी कहा कि गिरफ्तार किए गए संदिग्धों के पास से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सामग्री बरामद की गई है, जो इस मामले की गंभीरता को और बढ़ाती है।
एजेंसी का मानना है कि नक्सलियों और आतंकियों का यह गठजोड़ देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। पिछले कुछ समय से, विभिन्न सुरक्षा बलों ने इस संबंध में कई सफल अभियानों को अंजाम दिया है, जिससे नक्सलियों और आतंकवादियों के बीच की कड़ी को तोड़ने में मदद मिली है। गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से पूछताछ कर इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है।