भारतीय सैनिकों ने डेमचोक के बाद देपसांग में भी गश्त शुरु कर दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि चीन के साथ गश्त के समझौते के बाद देपसांग और डेमचोक में आपसी सहमति से गश्त शुरु हो गई है। दिवाली के दिन दोनों देशों के सैनिकों ने आपस में मिठाइओं का आदान-प्रदान किया। यह परंपरा उस वक्त पूरी की गई जब दोनों देशों ने देपसांग और डेमचोक में सेनाओं की वापसी की प्रक्रिया पूरी की। अब, भारत और चीन के बीच संबंधों में नरमी देखने को मिल रही है।
भारत-चीन के बीच गश्त को लेकर हुआ था समझौता
विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने कहा था कि भारत और चीन के बीच कई सप्ताहों के बात-चीत के बाद एक समझौता किया गया है। इस समझौते से 2020 में हुई समस्याओं के समाधान की कोशिश की जा रही है। इससे पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियत्रंण रेखा के साथ गश्त और सेनाओं को पीछे हटाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। सनद रहे कि गश्त की स्थिति को 2020 से पहले के स्तर पर वापस लाया जा रहा है।
पहले डेमचोक में गश्त हुई थी शुरु
सैनिकों ने इसी शुक्रवार से डेमचोक में गश्त शुरु की थी। इसके बाद, आज से भारतीय सेना ने देपसांग में भी गश्त शुरु कर दी है। यह दोनों बिंदु पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव वाला बिंदु था। सनद रहे कि गश्त से पहले दोनों देशों की सेनाओं ने पूर्वी लद्दाख के इन दोनों बिंदुओं से पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी की थी।