उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से घर वापसी की खबर सामने आई है। करीब 150 ईसाइयों ने अपनी मर्जी से ईसाइयत छोड़कर सनातन धर्म अपनाया है। इन लोगों को वैदिक रीति-रिवाजों से हिंदू धर्म की दीक्षा दी गई। घर वापसी के दौरान प्रमुख रूप से हिंदू संतों और समाज के प्रमुख व्यक्तियों ने शिरकत की।
30 ईसाई परिवारों ने की घर वापसी
बता दें कि ये सभी मूल रूप से जाटव समाज के हैं, लेकिन कुछ वर्षों पहले इन्हें लालच देकर ईसाई बनाया गया था। घर वापसी करने वाली सभी लोग मेरठ जिले के गोलाबाद गांव के रहने वाले हैं।
इन 150 ईसाइयों का कहना है कि कुछ वर्षों पहले उन्हें पास्टर बिज्जू मैथ्यू द्वारा लालच देकर ईसाई धर्म में धर्मांतरित किया गया था। पास्टर ने उन्हें पैसे और अन्य प्रलोभन देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया था, लेकिन अब उन्होंने खुद को हिंदू धर्म से जुड़ा महसूस किया और अपने पहले धर्म की ओर वापस लौटने का निर्णय लिया।
विधि-विधान के साथ अपनाया सनातन धर्म
समारोह के दौरान इन लोगों की घर वापसी को बड़े धूमधाम से मनाया गया। हिंदू धर्म की विभिन्न धार्मिक रस्मों को निभाते हुए इन 150 लोगों को ‘घर वापसी’ करवाई गई। वहीं, इस पर ईसाई समुदाय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म में विश्वास रखने का अधिकार हर व्यक्ति का है और धर्मांतरण को लेकर उन पर आरोप गलत हैं।