भारतीय रेलवे अपने रिजर्वेशन चार्ट बनाने के नियमों में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। वर्तमान में, ट्रेन रवाना होने से महज 5 मिनट पहले अंतिम चार्ट तैयार किया जाता है। इससे आखिरी समय पर टिकट बुक करने वाले यात्रियों की जानकारी टिकट चेकिंग स्टाफ (TTE) तक नहीं पहुंच पाती, जिससे यात्रियों और स्टाफ दोनों को असुविधा होती है। रेलवे अब इस प्रक्रिया को अधिक सुगम बनाने के लिए चार्ट तैयार करने की समय सीमा बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
कितना बढ़ेगा चार्ट तैयार करने का समय?
रेलवे की योजना अंतिम रिजर्वेशन चार्ट बनाने के समय को 15 मिनट तक बढ़ाने की है। ऐसा करने से हैंड हेल्ड टर्मिनल (HHT) में उन यात्रियों का डेटा भी अपडेट हो सकेगा, जिन्होंने अंतिम समय पर टिकट बुक किया हो। HHT सिस्टम ट्रेन में टिकट चेकिंग प्रक्रिया को आसान बनाता है और टीटीई को यह जानने में मदद करता है कि कौन-सी सीट किस यात्री को आवंटित की गई है।
पहले 30 मिनट पहले बनता था चार्ट
कुछ साल पहले तक ट्रेन के रवाना होने से 30 मिनट पहले अंतिम रिजर्वेशन चार्ट तैयार किया जाता था। उस समय, टिकट बुकिंग का पूरा डेटा समय पर HHT में पहुंच जाता था, चाहे टिकट बुकिंग आखिरी समय पर ही क्यों न हुई हो। लेकिन समय सीमा घटाकर 5 मिनट करने के बाद यात्रियों और टीटीई दोनों को कठिनाई होने लगी।
पांच मिनट में चार्ट को तैयार करना और उसे सिस्टम में अपलोड करना चुनौतीपूर्ण हो गया, जिससे कई बार अंतिम समय पर बुक किए गए टिकटों का विवरण टीटीई तक नहीं पहुंच पाता।
रिजर्वेशन चार्ट कैसे बनता है?
रेलवे में पहला रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन के छूटने से चार घंटे पहले तैयार किया जाता है। उदाहरण के लिए, यदि कैफियत एक्सप्रेस शाम 8:15 पर दिल्ली से रवाना होती है, तो उसका पहला चार्ट शाम 4:15 पर तैयार होगा। इसके बाद, जो भी सीटें तत्काल या अन्य कोटे में खाली रह जाती हैं, उन्हें ट्रेन छूटने से कुछ देर पहले तक बुक किया जा सकता है।
नए नियम लागू होने के बाद, यात्रियों को ट्रेन के रवाना होने से 15 मिनट पहले तक ही टिकट बुक करने की सुविधा मिलेगी। इसके बाद फाइनल चार्ट तैयार किया जाएगा।
कब लागू होगा नया नियम?
रेलवे बोर्ड के निदेशक (पैसेंजर मार्केटिंग) संजय मनोचा ने 20 दिसंबर को सभी क्षेत्रीय रेलवे, जिसमें पूर्वोत्तर रेलवे भी शामिल है, को एक पत्र जारी किया। इस पत्र में नए नियम को लेकर 2 जनवरी तक रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर रेलवे इस बदलाव को लागू करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाएगा।
यह बदलाव रेलवे यात्रियों की सुविधा बढ़ाने और टिकट चेकिंग प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। जल्द ही इस नए नियम को औपचारिक रूप से लागू किया जा सकता है।