उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से गौ हत्या करने का बड़ा मामला सामने आया है। राज्य के पुलिस ने आरोपी मो० शानू को गौ हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। दरअसल, जिहादी शानू ने गाय काटने की नीयत से रात के अंधेरे में फतेहपुर के नहर कोठी के खंडहर में छिपा हुआ था। पुलिस को इस संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिली तो वे मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद पुलिस ने उसको हिरसात में ले लिया।
पुलिस के साथ मुठभेड़ में शानू हुआ लंगड़ा
जब पुलिस ने घेराबंदी की, तो शानू ने भागने की कोशिश करने लगा। जिसके बाद पुलिस के साथ उसकी मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में शानू घायल हो गया और पुलिस के गोली चलाने के वजह से वो लंगड़ा हो गया। पुलिस ने उसे पकड़कर इलाज के लिए अस्पताल भेजा। पुलिस ने शानू के पास से गाय काटने के कई औज़ार बरामद किए। जिसमें चापड़, तमंचा और अन्य हत्यारे उपकरण शामिल थे। यह सभी सामान यह साबित करते हैं कि शानू गायों की हत्या के लिए पूरी तरह से तैयार था।
पुलिस के अनुसार, मो० शानू पर पहले से छह मुक़दमे दर्ज हैं। जिनमें गायों की हत्या और अन्य आपराधिक गतिविधियां शामिल हैं। शानू लंबे समय से इस अवैध व्यापार में संलिप्त था और पुलिस की पकड़ में आ चुका था।
इससे पहले भी आए कई मामले
यह पहली बार नहीं है जब उत्तर प्रदेश में ऐसा मामला सामने आया है। इससे पहले भी गौ हत्या और गौकशी के कई मामले आ चुके है। दरअसल, 31 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के हरिगढ़ जिले में गोकशी करने का बड़ा मामला सामने आया था। मो. सलमान उर्फ़ सद्दाम को गौकशी करने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया कि, सद्दाम गौकशी करने की योजना बना रहा था। उसने गौशाला से एक गाय को पकड़कर उसे काटने की मंशा बनाई थी। जिसके बाद पुलिस ने उसको हिरसात में ले लिया है। गिरफ्तारी के बाद सद्दाम ने पुलिस के सामने कबूल किया कि, वह पहले भी दो बार गोकशी की घटना को अंजाम दे चुका है। पुलिस अब आरोपी से और जानकारी जुटाने में जुटी हुई है।
वहीं, 29 दिसंबर को भी हरिगढ़ के खैर जिले क्षेत्र में पुलिस और एसओजी टीम ने संयुक्त अभियान चलाते हुए गौ तस्करी के आरोपियों को पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की थी। रविवार रात गोंडा नगर पुल के पास चेकिंग के दौरान संदिग्ध बाइक सवारों को रोकरने का प्रयास किया गया। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने भागने की कोशिश की और फायरिंग कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें एक आरोपी दानिश के पैर में गोली लगी थी। जब कि, उसके साथी समीर को गिरफ्तार कर लिया गया था।
पुलिस के मुताबिक, खैर कस्बे के रहने वाले दानिश और समीर संदिग्ध गतिविधियों में शामिल पाए गए थे। चेकिंग के दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वे नहर पटरी की ओर भागने लगे। एसओजी टीम के मौके पर पहुंचने पर आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी।आत्मरक्षा में पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में दानिश घायल हो गया। उसे तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास से एक पिस्तौल, कारतूस, चाकू, रस्सी और मोटरसाइकिल बरामद की गई है। पूछताछ में दानिश ने कबूल किया कि उसने अमन और राशिद के साथ मिलकर पाला चांद इलाके में गोकशी की वारदात को अंजाम दिया था।