मासिक दुर्गाष्टमी हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है, जिसे विशेष रूप से माँ दुर्गा के पूजन के लिए समर्पित किया जाता है। साल 2025 की पहली मासिक दुर्गाष्टमी जनवरी माह में मनाई जाएगी। यह दिन विशेष रूप से माँ दुर्गा की आराधना और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। तो जानिए सही डेट और पूजा विधि।
कब है मासिक दुर्गा अष्टमी?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार पौष माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत सोमवार, 6 जनवरी 2025 को शाम 6 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगी। वहीं तिथि का समापन मंगलवार 7 जनवरी को शाम 4 बजकर 26 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, दुर्गा अष्टमी का व्रत 7 जनवरी को रखा जाएगा।
पूजा विधि
मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा विधि भी बहुत सरल है, लेकिन इसके लिए कुछ खास नियम और रीतियों का पालन करना आवश्यक होता है,
स्नान और शुद्धता: पूजा करने से पहले स्वच्छ स्नान करना और अच्छे कपड़े पहनना चाहिए।
कलश स्थापना: पूजा स्थल पर कलश स्थापित करें और उसमें जल, चावल, सिक्का, और सुपारी डालें।
माँ दुर्गा का चित्र या मूर्ति रखें: पूजा स्थल पर माँ दुर्गा की प्रतिमा या चित्र रखें।
दीप और अगरबत्ती: पूजा स्थल पर दीपक और अगरबत्ती लगाकर वातावरण को शुद्ध करें।
ध्यान और मंत्र जाप: माँ दुर्गा के मंत्रों का जाप करें। "ॐ दुं दुर्गायै नम:" और "ॐ जय दुर्गा नम:" जैसे मंत्रों का जाप विशेष रूप से लाभकारी होता है।
भोग और नैवेद्य: पूजा के बाद माँ दुर्गा को फल, मिठाई, और अन्य स्वादिष्ट भोग अर्पित करें।
प्रसाद वितरण: पूजा के बाद प्रसाद वितरण करें और इसे सभी परिवारजनों के बीच वितरित करें।
मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व
मासिक दुर्गाष्टमी का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। इसे विशेष रूप से उन भक्तों द्वारा मनाया जाता है जो प्रतिमाह माँ दुर्गा की पूजा और व्रत रखते हैं। इस दिन पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है। यह दिन विशेष रूप से शत्रुओं को पराजित करने, रोगों से मुक्ति, और समस्त दुखों से छुटकारा पाने के लिए उपयुक्त होता है।