विनायक चतुर्दशी 2025 कल यानी 3 जनवरी को मनाई जाएगी। यह दिन गणेश जी की पूजा के लिए बेहद खास होता है, और इसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। खास बात यह है कि यह साल की पहली विनायक चतुर्दशी है, जो विशेष रूप से शुभ मानी जाती है। इस दिन गणेश जी की पूजा से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है। इसलिए, इस दिन का महत्व बहुत अधिक है और लोग इसे बड़े श्रद्धा भाव से मनाते हैं। तो जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के हिसाब से इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह में 05 बजकर 25 मिनट से शुरु होगा। ये 06 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर को 02 बजकर 10 मिनट से शुरु होगा। ये 02 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। निशिता मुहूर्त रात को 11 बजकर 59 मिनट से शुरू होगा। ये 12 बजकर 53 मिनट तक रहेगा।
पूजा विधि
घर की सफाई: सबसे पहले, घर को साफ करें और विशेष रूप से पूजा स्थान को शुद्ध करें।
गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें: इस दिन गणेश जी की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थल पर स्थापित करें।
गणेश जी को स्नान कराएं: मूर्ति या चित्र पर गंगाजल छिड़ककर उसे स्नान कराएं।
पंचामृत से अभिषेक करें: बाद में, गणेश जी को पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, चीनी) से अभिषेक करें।
लड्डू और मोदक चढ़ाएं: गणेश जी को उनके प्रिय प्रसाद, लड्डू और मोदक चढ़ाएं। इससे विशेष आशीर्वाद प्राप्त होते हैं।
मंत्र जाप करें: गणेश जी के मंत्र ‘ॐ गण गणपतये नम:’ का जाप करें। इसके साथ ‘गणेश गायत्री मंत्र’ का भी जाप करना शुभ माना जाता है।
आरती और भजन: पूजा के बाद गणेश जी की आरती करें और भजन गायें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।