नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्च अभियान में 03 जनवरी को नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर और कोंडागांव जिलों की डीआरजी (District Reserve Guard) के साथ एसटीएफ (Special Task Force) की संयुक्त टीम ने अबूझमाड़ क्षेत्र में ऑपरेशन शुरू किया। यह अभियान नक्सलियों के खिलाफ सक्रिय रूप से जारी है। सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच 04 जनवरी की शाम से लगातार मुठभेड़ हो रही है। दोनों पक्षों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही है, जो अभी तक जारी है।
वहीं इस मुठभेड़ को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट शेयर किया है। उन्होंने वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी है। सीएम साय ने पोस्ट में लिखा कि, "नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में अब तक 4 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। मुठभेड़ में डीआरजी के जवान, प्रधान आरक्षक सन्नू कारम के शहीद होने की भी दुःखद खबर प्राप्त हुई है। उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबल के जवान बहुत ही मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं और उसके खात्मे तक यह लड़ाई जारी रहेगी। ईश्वर से शहीद जवान की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति !"
नक्सलियों के शव बरामद
सर्च ऑपरेशन के दौरान अब तक चार वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। इनके पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं, जिसमें AK-47 और SLR जैसे आटोमैटिक हथियार शामिल हैं। इस मुठभेड़ में दंतेवाड़ा DRG के प्रधान आरक्षक सन्नू कारम वीरगति को प्राप्त हो गए है। उनका बलिदान सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता और संघर्ष का प्रतीक है। मुठभेड़ और सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। विस्तृत जानकारी अभियान के पूर्ण होने के बाद पृथक से जारी की जाएगी।
जानकारी के लिए बता दें कि, यह ऑपरेशन नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की निरंतर कार्रवाई का हिस्सा है, जिससे क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर काबू पाया जा सके।
चार जिलों की संयुक्त टीम का ऑपरेशन
इस मुठभेड़ में चार जिलों की डीआरजी (District Reserve Guard) और एसटीएफ (Special Task Force) की संयुक्त टीम शामिल है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चला रहे थे, जब यह मुठभेड़ शुरू हुई। मुठभेड़ स्थल के आसपास की सुरक्षा को कड़ा कर दिया गया है। दोनों पक्षों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है, और फिलहाल अधिकारी विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। अबूझमाड़ क्षेत्र नक्सलियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह घने जंगलों और दुर्गम पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जो नक्सलियों को सुरक्षित ठिकाना प्रदान करता है। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में सुरक्षा बलों ने इस इलाके में कई सफल ऑपरेशन किए हैं और कई नक्सलियों को निष्क्रिय किया है।
आम नागरिकों की सुरक्षा पर ध्यान
नक्सल प्रभावित इलाकों में चल रहे ऑपरेशनों के बीच प्रशासन नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने बताया कि ऑपरेशन पूरा होने के बाद विस्तृत जानकारी अलग से जारी की जाएगी।