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'पूर्वोत्तर पर नजर डालने कि हिमाकत बांग्लादेश को पड़ेगी भारी...', युनुस के बयान पर भारतीय विशेषज्ञों ने किया आगाह!

Bangladesh: हाल ही में चीनी दौरे पर गए मोहम्मद यूनुस ने 7 सिस्टर्स को लेकर विवादित बयान दिया, जिस पर भारतीय रक्षा विशेषज्ञों ने अपनी-अपनी राय व्यक्त की।

Ravi Rohan
  • Apr 1 2025 5:08PM

आंतरिक संकटों से जूझ रहे बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को लेकर विवादित बयान दिया है। हाल के चीनी दौरे पर उनकी यह हिमाकत सामने आयी। मो. युनुस ने कहा कि भारत के सातों राज्य सीमाबद्ध राज्य हैं तथा इनकी सीमा भी हिंदमहासागर से नहीं लगती हैं, इस आधार पर खुद ही बांग्लादेश को इस क्षेत्र का एकमात्र संरक्षक घोषित कर दिया। उनकी इस टिप्पणी से विशेषज्ञों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की।

भारत की पूर्व उच्चायुक्त रह चुकी वीना सीकरी ने यूनुस के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, पूर्वोत्तर भारत का अभिन्न हिस्सा है और यूनुस को ऐसे बयान देने से पहले सोचना चाहिए। सीकरी ने आगे कहा कि यूनुस का बयान बहुत स्तब्ध करने वाला है, यूनुस जानते हैं कि पूर्वोत्तर भारत का हिस्सा है और भारत और बांग्लादेश के बीच पूर्वोत्तर से बंगाल की खाड़ी तक पहुंच को लेकर बहुत करीबी चर्चा हो चुकी है और इस पर औपचारिक समझौते भी हो चुके हैं। 

इसी मुद्दे पर पूर्व राजदूत ने बांग्लादेश को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि, अगर वह पूर्वोत्तर भारत को कनेक्टिविटी अधिकार देने में रुचि नहीं रखते है तो वह बदले में नदी तट के अधिकार की उम्मीद नहीं कर सकते। बांग्लादेश को यह स्पष्ट पता होना चाहिए और उन्हें इस बारे में किसी भी भ्रम में नहीं होना चाहिए। उन्होंने भारत से इस बयान की निंदा करने की मांग की है।

"बांग्लादेश को भारी पड़ सकती है गलती..." 

रक्षा विशेषज्ञ प्रफुल बख्शी ने भी यूनुस के बयान पर बहुत ही तीखी प्रतिक्रिया ब्यक्त कि और उनके बयान को चिंताजनक बताते हुए कहा कि बांग्लादेश, चीन और पाकिस्तान मिलकर पूर्वोत्तर राज्यों के लिए अहम ''सिलीगुड़ी कॉरिडोर'' के जरिए भारत के खिलाफ गठजोंड़ तैयार कर रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि भारत को चाहिए कि वह बांग्लादेश के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकता है, जिससे बांग्लादेश की समुद्री पहुंच कट जाएगी। साथ ही, उन्होंने बांग्लादेश की आजादी के समय भारत की चूक की ओर भी ध्यान दिलाया।

प्रफुल बख्शी ने आगे कहा, "हमने बांग्लादेश बनाया, लेकिन जब हमने बांग्लादेश बनाया, तो नक्शे से संबंधित कोई लाभ नहीं लिया।" उन्होंने कहा कि बांग्लादेश, चीन और पाकिस्तान हाल ही में चिकन नेक (जो कि सिलीगुड़ी कॉरिडोर है) और भारत को दबाने और फायदा उठाने के बारे में बात कर रहे हैं. बांग्लादेश यह कह रहा है कि चीन को मदद करनी चाहिए और सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर निर्भर सात सीमाबद्ध भारतीय राज्यों में प्रवेश करना चाहिए। 

बख्शी ने कहा कि, "यूनुस पूर्वोत्तर के सात राज्यों में समस्या पैदा करने के लिए चीन को शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें यह नहीं पता कि हम बांग्लादेश के विपरीत दिशा में भी ऐसा ही कर सकते हैं. हम समुद्र को काटकर उनका गला घोंट सकते हैं." उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार इस स्थिति से अवगत है और पहले से ही कार्रवाई कर रही है।

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