प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच आज यानी सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक जारी है। राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री से मिलने उनके आवास पर पहुंच चुके हैं। इस बैठक का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर से संबंधित ताजा सुरक्षा हालात पर चर्चा करना बताया जा रहा है, खासकर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की स्थिति को लेकर। इसमें पहलगाम में मारे गए टूरिस्टों को श्रद्धांजलि दी गई।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विशेष सत्र और श्रद्धांजलि
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में भी आज एक विशेष सत्र बुलाया गया है, जिसमें पहलगाम हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि दी गई। यह हमला 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुआ था, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इस हमले के बाद पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और राज्य की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस की रेड और पाकिस्तान की सेना का सीजफायर उल्लंघन
इस बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 15 ठिकानों पर छापेमारी की है। सूत्रों के अनुसार, ये रेड उन आतंकवादियों के ठिकानों पर की गई हैं, जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से ऑपरेट कर रहे हैं। इन आतंकवादियों का लिंक पहलगाम हमले से जुड़ा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियां इस हमले के बाद आतंकियों के नेटवर्क को ढूंढने के लिए सक्रिय हो गई हैं।
साथ ही, पाकिस्तान की सेना ने पहलगाम हमले के बाद चौथे दिन भी सीजफायर उल्लंघन किया है। रविवार रात और सोमवार तड़के पाकिस्तान सेना ने जम्मू-कश्मीर के नियंत्रण रेखा (LoC) पर फायरिंग की। भारतीय सेना ने इस फायरिंग का जवाब दिया और स्थिति को नियंत्रण में रखा।
चाइनीज ड्रोन का संदिग्ध इस्तेमाल
नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने पहलगाम हमले के बाद अपनी जांच में एक और अहम जानकारी का खुलासा किया है। एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, हमले में चाइनीज ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था, जिसे आतंकियों ने रेकी के लिए प्रयोग किया था। इससे यह संभावना जताई जा रही है कि ड्रोन का इस्तेमाल हथियारों की आपूर्ति में भी किया गया हो सकता है। एजेंसियों को यह भी शक है कि हमले के बाद आतंकी पुलवामा या अनंतनाग की ओर भाग सकते हैं, जहां इन क्षेत्रों में हलचल देखी गई थी।