बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को निशाना बनाए जाने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। हालिया मामलों में एक सामाजिक नेता की हत्या कर दी गई, जबकि एक स्कूल प्रधानाध्यापक को जबरन पद छोड़ने के लिए विवश किया गया। यह घटना गुरुवार ( 17 अप्रैल 2025) रात की है।
यह मामला दिनाजपुर जिले के बसुदेबपुर गांव की है। दरअसल, हिंदू समाज के नेता भबेश चंद्र राय का उनके घर से अपहरण कर लिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चार लोग दो मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आए और उन्हें जबरन अपने साथ ले गए। बाद में, नरबारी गांव में उन्हें बुरी तरह पीटा गया।
कुछ घंटों बाद, अपहर्ता उन्हें अचेत अवस्था में एक वैन के ज़रिए घर छोड़ गए। परिजनों ने उन्हें तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहाँ से उन्हें दिनाजपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। भबेश चंद्र बांग्लादेश पूजा उत्सव परिषद की बिराल शाखा में उपाध्यक्ष के पद पर थे।
दूसरी ओर, चटगांव में एक स्कूल के कार्यवाहक प्रधानाध्यापक कांतिलाल आचार्य पर दबाव बनाकर उनसे इस्तीफा लिया गया। आरोप है कि उन्हें कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार के झूठे आरोपों के आधार पर बंधक बना लिया और फिर उनसे जबरन त्यागपत्र लिखवाया।
कांतिलाल की बेटी भावना आचार्य ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि उनके पिता को बेबुनियाद आरोपों पर टारगेट किया गया और लगातार डराया-धमकाया गया। भावना के अनुसार, उन्हें पहले ही चेतावनी दी गई थी कि अगर वह स्कूल आए तो उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित किया जाएगा।
इन दोनों घटनाओं ने एक बार फिर बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी कर दी हैं। लगातार हो रहे हमलों और राजनीतिक दबाव के चलते हिंदू समुदाय के बीच भय और असुरक्षा का माहौल बनता जा रहा है।