गुरुवार (27 मार्च) को भारतीय सेना और NSIL/ADRIN के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते का उद्देश्य "लोकेशन अवेयरनेस एंड नॉलेज बेस्ड सॉल्यूशन फॉर हाई रिजोल्यूशन 3D लेयर आर्काइव फॉर प्रिसिजन टारगेटिंग" (LAKSHYA-PT) के लिए सॉफ़्टवेयर के डिज़ाइन और विकास पर सहयोग करना है। यह कदम प्रिसिजन टारगेटिंग में नई तकनीकों को शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
LAKSHYA-PT: स्वदेशी तकनीक की एक मिसाल
LAKSHYA-PT एक स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और विकसित सॉफ़्टवेयर है, जो लक्ष्य प्राप्ति में एक सब-डेसिमेटर (न्यूनतम शुद्धता) की सटीकता प्रदान करेगा। यह सॉफ़्टवेयर, जो स्वदेशी उपग्रह चित्रण पर आधारित है, एक किफायती और क्रांतिकारी समाधान पेश करता है। इसके माध्यम से भारतीय सेना के सेंसर-शूटर लिंक को सशक्त किया जाएगा और आत्मनिर्भरता की दिशा में सेना की पहलों को बल मिलेगा।
आत्मनिर्भरता की ओर एक और कदम
LAKSHYA-PT का विकास भारतीय सेना की आत्मनिर्भरता (Atma Nirbharta) के लक्ष्य को मजबूत करेगा। यह प्रणाली न केवल उच्च प्रभाव वाली तकनीकों का सस्ता विकल्प प्रदान करेगी, बल्कि देश की रक्षा क्षमताओं को भी एक नई दिशा देगी।