उत्तर प्रदेश के हरिगढ़ से एक घर वापसी की खबर सामने आई है। जहां एक मुस्लिम युवती ने अपनी इच्छा से इस्लाम त्यागकर सनातन धर्म को अपनाया और फिर मंदिर में हिंदू युवक शादी की। जिसके बाद रूबा ने अपना नाम रूबी रखा। ये मामला शुक्रवार (11 अप्रैल 2025) का है।
यह मामला हरिगढ़ के इगलास थाना क्षेत्र के सहारा कलां गांव का है, जहां राजेश की दोस्ती रूबी के गांव के एक युवक से थी, जिसकी वजह से वह कई बार गांव आता-जाता था। इसी दौरान उसकी मुलाकात रूबा से हुई। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत हुई और फिर प्रेम संबंध शुरू हो गया।
इसके बाद रूबा नाम की युवती ने बरेली के शाही कस्बे के रहने वाले युवक राजेश से विवाह कर लिया। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच पिछले चार वर्षों से जान-पहचान थी। बता दें कि रूबी और राजेश का विवाह बरेली स्थित अगस्त्य मुनि आश्रम में महंत केके शंखधार की मौजूदगी में हुआ।
शादी में पूरी तरह से हिंदू परंपराओं का पालन किया गया और दोनों ने सात फेरे लेकर एक-दूसरे को जीवनसाथी के रूप में स्वीकार किया। महंत केके शंखधार ने बताया कि दोनों युवक-युवती बालिग हैं और उन्होंने बिना किसी दबाव के आपसी सहमति से विवाह किया है।
शादी के बाद रूबी ने एक वीडियो जारी कर अपनी बात रखी। उसने कहा, "मैं बालिग हूं और मैंने अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन किया है। मुझे हिंदू धर्म के संस्कार शुरू से अच्छे लगते थे। मैंने किसी दबाव में आकर यह फैसला नहीं लिया। मैं अब एक हिंदू महिला के रूप में जीवन जीना चाहती हूं।" रूबी ने आगे कहा कि उसे और उसके पति को कुछ लोगों से खतरा है और इसलिए उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।