नई दिल्ली में आज यानी शनिवार को केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री जीतन राम मांझी ने गत दिनों संसद में हुई अप्रिय घटना की कड़ी निंदा की, इसके लिए उन्होंने विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष द्वारा बार-बार संसद की कार्रवाई को बाधित करना बिल्कुल भी उचित नहीं है। आवास पर मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, विपक्ष की वजह से जिस तरह की अप्रिय घटना संसद में घटी, वह संसदीय इतिहास में पहली बार हुआ, जब दो सांसदों को हॉस्पिटलाइज होना पड़ा। केंद्रीय मंत्री ने कहा, बाबा साहेब आंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए बयान को पब्लिक डोमेन में गलत तरह से पेश किया गया। बाबा साहेब आंबेडकर का जितना सम्मान वर्तमान सरकार में हुआ है, वह सम्मान कभी भी कांग्रेसी सरकारों में नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि भले ही विपक्ष केंदीय गृह मंत्री की बात न समझ पाई हो, लेकिन देश की जनता अच्छी तरह समझती है।
मांझी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को आरक्षण विरोधी बताते हुए कहा कि अगर, उनके द्वारा संविधान सभा में की गई आरक्षण विरोधी बातों को अमल में लाया जाता तो आज देश में कोई भी पिछड़ा और गरीब आगे नहीं बढ़ पाता। उन्होंने कहा, नेहरू ने आंबेडकर को चुनाव हारने वाले को महिमामंडित किया, जो इस बात को दर्शाता है कि कांग्रेस कभी भी बाबा साहेब के विचारों से इत्तेफाक नहीं रखती थी।
केंदीय मंत्री ने कहा कि यह बाबा साहेब आंबेडकर ही थे, जिनकी वजह से आज देश के हर पिछड़े और गरीब को आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा, बाबा साहेब ने देश को दुनिया का सबसे अच्छा संविधान दिया, जिसकी वजह से ही आज देश के हर शख़्स को समान रूप से आगे बढ़ने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने कहा, वह केवल विधि के ज्ञाता नहीं थे, बल्कि वह हर क्षेत्र के जानकार थे।
संविधान को कोई खतरा नहीं
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो लोग संविधान निर्माता की तख्तियां लेकर घूम रहे हैं और संविधान पर खतरे की बात कर रहे हैं, उन्हीं के कालखंड में संविधान को सबसे ज्यादा खतरा था। उन्होंने ही सबसे ज्यादा संविधान निर्माता का अनादर किया। उन्होंने कहा, अभी संविधान पर कोई खतरा नहीं है। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही बाबा साहेब का सबसे ज्यादा सम्मान हुआ है।
जीवनकाल में ही भारत रत्न की उपाधि कर दी थी अपने नाम
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह बात हैरान करती है कि 1990 के काल से पहले नेहरू हों या इंदिरा गांधी हों, उन्होंने अपने जीवनकाल में ही भारत रत्न की उपाधि अपने नाम कर दी थी। उन्होंने कहा, यह बात बिल्कुल भी सही नहीं लगती है। उन्होंने कहा कि जब उस समय में बाबा साहेब सबसे बड़े विद्वान थे तो क्या उन्हें भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित नहीं करना चाहिए था ? जब कांग्रेस की सरकार ध्वस्त हुईं तब उन्हें भारत रत्न दिया गया। ऐसे में आज ये कांग्रेस वाले किस मुंह से खुद को बाबा साहेब के हितैषी कह रहे हैं।
देश को विश्व का अगुवा बनाने में जुटे हैं यशस्वी प्रधानमंत्री
केंदीय मंत्री ने कहा, यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को विश्व का अगुवा और आर्थिक महाशक्ति बनाने में जुटे हैं और कैसे देश 2047 में विकसित राष्ट्र बने इसके लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं, लेकिन महागठबंधन में इस बात की लड़ाई है कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा। उन्होंने कहा कि इन्हें देश से कुछ भी लेना देना नहीं है। अगर, ऐसा होता तो इस तरह से संसद के काम को जानबूझकर बाधित नहीं करते।
एमएसएमई रोजगार में अग्रणी
केंदीय मंत्री ने कहा कि खेती के आज एमएसएमई सबसे बड़ा उद्योग है। उन्होंने कहा कि आज एमएसएमई रोजगार के साथ ही देश की जीडीपी को भी मजबूती प्रदान कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इसका ग्रोथ और बढ़ेगी और एमएसएमई को आगे बढ़ाने को लेकर भी बजट की भी कोई कमी नहीं है, इसके लिए भरपूर बैंक गारंटी दी जा रही है। प्रधानमंत्री जी का एमएसएमई को भरपूर सहयोग मिल रहा है।