देवभूमि उत्तराखंड का शासन और प्रशासन राज्य में बदलती डेमोग्राफी का संतुलन बनाए रखने के लिए संघर्षशील है। यहाँ लव और लैंड जिहाद आए दिन सांप्रदायिक तनाव का कारण बनते हैं। यह तनाव मैदानी इलाकों से ले कर पहाड़ी क्षेत्रों तक मे फैला हुआ है। इस बीच एक नया मामला प्रदेश के रुद्रपुर से आया है। यहाँ मुस्लिमों के आपसी विवाद मे भी देवभूमि वासियों को शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला। यह शक्ति प्रदर्शन किसी सामान्य जगह या हिंदुओं को नहीं बल्कि सीधे पुलिस को दिखाया गया।
यह घटना रुद्रपुर के कोतवाली नगर इलाके की है। बुधवार (26 मार्च 2025) को को यहाँ मुस्लिम समुदाय के तमाम लोग पुलिस स्टेशन मे जमा होने लगे। एक फ़ेसबुक चैनल पर यह पूरा मामला live हुआ है। इस जमावड़े मे भी कई नाबालिग उम्र के कथित बच्चों को देखा जा सकता है। पत्रकारों को लगा कि कोई बेहद गंभीर मामला है। उन्होंने भीड़ मे से कुछ लोगों से बात की तो पता चला कि मामला मुस्लिम पक्ष बनाम मुस्लिम पक्ष का ही है। एक गुड्डू मियाँ नाम के किसी छुटभैये नेता ने रुद्रपुर की मोती मस्जिद के किसी इमाम को फोन पर उल्टा-सीधा कहा था।
यह मामला सीधे तौर पर पुलिस को कॉल कर के या एकाध लोगों द्वारा थाने मे या कर शिकायत के जरिए भी संज्ञान मे लाया जा सकता था लेकिन जिस तरह से भीड़ जुटाई गई वह बेहद हैरान कर देने वाला था। नमाजी टोपी और पैजामे मे आए लोगों से पुलिस बार-बार घर लौटने की अपील कर रही थी। हालांकि उनके द्वारा पुलिस की एक न सुनी गई। उलटे एक वायरल वीडियो मे वो सभी नहीं हटेंगे, नहीं हटेंगे जैसी नारेबाजी करते सुनाई दिए। भीड़ की जब तक मर्जी रही वो थाने मे रुकी। इसी थाने मे स्थानीय डिप्टी एसपी का भी ऑफिस साफ देखा जा सकता है।
रुद्रपुर के भूत बंगला इलाके से भीड़ मे मौजूद लोग मोती मस्जिद के इमाम को अपनी आन-बान और शान बता रहे थे। वो इमाम के लिए कुछ भी करने को तैयार घोषित कर रहे थे। भीड़ को परवेज कुरैशी नाम का पार्षद लीड कर रहा था। परवेज के अनुसार गुड्डू मियाँ मुस्लिमों द्वारा मस्जिद मे माँगे जा रहे किसी चंदे से नाराज था। कोतवाली मे यह भी ऐलान किया गया कि जब तक गुड्डू मियाँ पर एक्शन नहीं हुआ तब तक उनके साथ आई भीड़ रोजा नहीं खोलेगी। थाने मे ही खजूर मँगा लिया गया और वहीं पर इफ्तारी का ऐलान कर दिया गया।