दुनिया का सबसे विशाल धार्मिक आयोजन महाकुंभ मेला में मंगलवार देर रात एक दुखद घटना घटी। मौनी अमावस्या को प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र में संगम के पास भीषण भगदड़ मचने से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 अन्य लोग घायल हो गए। इस घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरी चिंता जताई और कहा कि श्रद्धालुओं की भारी संख्या के कारण स्थिति और भी जटिल हो गई। उन्होंने बताया कि लोग ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र स्नान के लिए इंतजार कर रहे थे, और इस कारण भीड़ का दबाव बढ़ गया था। जानकारी साझा करते और मृतकों के लिए दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री भावुक हो गए थे।
CM योगी ने कहा कि प्रयागराज में कुल 8 करोड़ लोग पहुंचे थे, जिससे भीड़ का प्रबंधन कठिन हो गया। उन्होंने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और पुलिस को अलग से जांच करने का निर्देश भी दिया। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया और यह भी कहा कि भविष्य में होने वाले अमृत स्नान के लिए व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाएगा।
प्रशासन का बयान
महाकुंभ के अस्थायी जिले महाकुंभ नगर के डीआईजी, वैभव कृष्ण ने बुधवार शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। DIG वैभव कृष्ण ने बताया कि रात के 1 से 2 बजे के बीच ब्रह्म मुहूर्त से पहले अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ जमा हो गई।
इस भीड़ के चलते बैरिकेड्स टूट गए और फिर लोग पवित्र डुबकी के लिए इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं पर चढ़ गए। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और 90 लोगों को अस्पताल भेजने का इंतजाम किया, लेकिन दुर्भाग्यवश 30 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई।