उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग कार्यक्रम के समापन के दौरान भगदड़ मच गई जिसमें अभी तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हादस में जान गंवाने वाले लोगों के लिए 2 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया गया है.
वहीं इस हादसे को लेकर अब इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है. वकील गौरव द्विवेदी ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने हाथरस हादसे की सीबीआई जांच की मांग की है.
वहीं उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने बताया, "घटना में 116 लोगों की मौत हुई है. सभी चीजों की जांच चल रही है और हम तत्काल निष्कर्ष पर पहुंचकर जांच को प्रभावित नहीं करना चाहते. जांच के निष्कर्षों के आधार पर मामला आगे बढ़ेगा.
बीजेपी विधायक असीम अरुण ने हाथरस भगदड़ की घटना पर कहा, "मैंने घायलों से बात की है. भगदड़ की घटना हुई थी, जिसमें अब तक मिली जानकारी के अनुसार 116 लोगों की मौत हो गई है और 22 लोगों का अलीगढ़ और हाथरस के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
उन्होंने कहा कि, 20 शव हैं जिनकी हम पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं. FIR दर्ज कर ली गई है. जो भी दोषी होगा उसे सजा मिलेगी. डीजी जोन आगरा की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है और मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपी जाएगी.
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने हाथरस भगदड़ की घटना पर कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है, इन सबकी समीक्षा सरकार लगातार कर रही है. यह बहुत दुख की बात की है कि इतने लोग इस दुर्घटना का शिकार हुए हैं.
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने हाथरस भगदड़ की घटना पर कहा, "यहां (हाथरस जिला अस्पताल) 32 शव पोस्टमार्टम के लिए आए हैं और 9 घायल इलाज के लिए भर्ती हैं जिनमें एक सिपाही भी शामिल हैं, अभी उनकी हालत स्थिर हैं. इस घटना में बहुत लोगों की मृत्यु हुई है, बहुत शव ऐसे हैं जिनकी अब तक पहचान नहीं हुई है. सदन खत्म होते ही हमें प्रियंका गांधी ने यहां भेजा है. मैंने अपने जीवन में ऐसा हादसा नहीं देखा."