गाजियाबाद के कौशांबी थाना क्षेत्र की रहने वाली और अस्पताल में मरीजों की सेवा करने वाली एक हिन्दू महिला की कहानी किसी की भी रूह कांपने के लिए काफी है। सिर्फ शादी करने के लिए उस्मान से आयुष्मान बनने वाले एक शख्स 18 साल पहले हिन्दू महिला के संपर्क में आया था। उस्मान ने नाम बदलकर अपनी सहकर्मी से हिंदू रीति-रिवाज से विवाह किया और फिर उसे धोखा दिया।
पीड़ित महिला का आरोप है कि खुद को आयुष्मान बताने वाले उस्मान नाम के युवक ने उससे हिंदू रीति-रिवाज से शादी की और कुछ समय बाद जबरन मस्जिद में ले जाकर उसका धर्म परिवर्तन करा दिया।
मामला 2007 का है, जब गाजियाबाद के कौशांबी थाना क्षेत्र के वैशाली में रहने वाली एक महिला की मुलाकात दिल्ली के लालकुआं ब्रिज, प्रह्लादपुर निवासी उस्मान खान से हुई। पीड़िता के मुताबिक, 2007 में उसकी मुलाकात उस्मान से हुई, जो खुद को 'आयुष्मान' बताता था। दोनों के बीच दोस्ती गहरी होती गई और आखिरकार उन्होंने 2014 में उन्होंने शादी कर ली। उस्मान ने यह शादी अपनी पहचान छिपाकर की थी।
शादी के 2 दिन बाद उस्मान महिला को एक मस्जिद में ले गया, उसे बुर्का पहनने के लिए मजबूर किया और उर्दू में लिखे दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवाकर उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया। दूसरी शादी और मामले का खुलासा महिला ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि उस्मान ने 2019 में दूसरी शादी कर ली।
पीड़िता ने बताया कि उस्मान मूल रूप से मेवात का रहने वाला है। उस्मान ने अपनी पहचान और धार्मिक पहचान छिपाकर सालों तक उसे धोखा दिया। उस्मान की दूसरी शादी के बाद महिला ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
जब महिला ने पुलिस में इस धोखाधड़ी और जबरन धर्म परिवर्तन की शिकायत दर्ज कराई तो गाजियाबाद पुलिस ने उस्मान और उसके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है। महिला ने बताया कि उस्मान मूल रूप से मेवात का रहने वाला है। ऐसे मामले समाज में बढ़ते लव जिहाद और जबरन धर्म परिवर्तन की गंभीर समस्या को उजागर करते हैं।