इनपुट- ज्ञानेश लोहानी, लखनऊ
UP STF को समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी का पेपर लीक करने वाले लोगों को अरेस्ट करने में बड़ी सफलता मिली है। STF ने पेपर लीक गिरोह के दो सदस्य संजय सिंह कुशवाहा और कामेश्वर नाथ मौर्य को अरेस्ट किया है। अरेस्ट हुए आरोपियों के पास से एक स्कॉर्पियो, मोबाइल फोन समेत नकदी बरामद की गई है।
आपको बता दें 11 फरवरी 2024 को होने वाली परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड पहले ही अरेस्ट हो चुका है। STF ने गिरोह के सदस्य को अरेस्ट कर प्रयागराज के थाना सिविल लाइन में दाखिल किया है। दरअसल परीक्षा प्रारम्भ होने से पूर्व ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने की शिकायत मिलने पर उ०प्र० शासन द्वारा उक्त परीक्षाओं को निरस्त करते हुये प्रश्नपत्र लीक प्रकरण की सम्पूर्ण जॉच एस०टी०एफ० उ०प्र० को आवंटित की गयी, जिसके क्रम में एस०टी०एफ० उ०प्र० के द्वारा कमेटी गठित कर प्रश्नपत्र लीक प्रकरण का खुलासा करने हेतु आवश्यक निर्देश दिये गये थे।
इसी सिलसिले में एक टीम जनपद प्रयागराज के थाना क्षेत्र कीडगंज में आपराधिक अभिसूचना संकलन में भ्रमणशील थी। इसी दौरान मुखबिर द्वारा बताया गया कि उ०प्र० लोक सेवा आयोग द्वारा दिनांक 11-02-2024 को आयोजित समीक्षा अधिकारी / सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा-2023 व उ०प्र० आरक्षी पुलिस भर्ती परीक्षा-2023 का प्रश्नपत्र लीक कराने वाले गैंग के सक्रिय सदस्य कामेश्वर नाथ मौर्या व संजय सिंह कुशवाहा थाना क्षेत्र कीडगंज, जनपद प्रयागराज में घोश स्वीट हाउस के पीछे सडक पर खड़ी काली रंग की स्कार्पियों वाहन नं0 UP70GW9798 में मौजूद है। जिसके बाद इनकी धरपकड़ हुई।
पूछताछ पर गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा यह भी बताया गया कि हम लोगों द्वारा उ०प्र० आरक्षी पुलिस भर्ती परीक्षा-2023 के अभ्यर्थियों को शिव महाशक्ति रिसोर्ट रीवा मध्य प्रदेश में पेपर पढ़वाने के लिए अभ्यर्थियों को अपने स्कार्पियों वाहन / बस से ले गये थे तथा रिसोर्ट मालिक के खाते में 05 लाख रूपये भी भेजे गये थे। प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्र को आऊट कराकर नकल कराने वाले उपरोक्त अपराधियों का एक संगठित गैंग है, जिनके द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का पेपर भी आउट कराया गया था। गैंग के सदस्यों के साथ-साथ हम लोगों द्वारा भी प्रति अभ्यर्थी से 12-12 लाख रूपया तय किया गया था और एडवांस के रूप में रूपये भी लिए गये थे जिसके कारण प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।