बीजेपी सांसद कंगना रनौत किसानों और जातीय जनगणना मामले में विवादों में घिरी हुई है। इसी बीच गुरुवार को कंगना ने दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। जानकारी के अनुसार,जेपी नड्डा ने कंगना से कहा कि, 'आप सांसद जरूर हैं, लेकिन नीतिगत मामलों पर आप अधिकृत नहीं है और ना ही आपको इनपर बोलने की अनुमति है।'
जेपी नड्डा ने क्या कहा?
जेपी नड्डा ने कंगना से कहा कि, "अगर आपको बातें करनी है तो आपको अपने संसदीय क्षेत्र के बारे में बात करनी चाहिए। वहां की समस्यों के बारे में बात करें, लेकिन ऐसी बातें जोकि नीतिगत मुद्दे हैं और जिनपर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व में फैसला होता है या ऐसे मुद्दे जो कहीं ना कहीं सरकार से जुड़े होते हैं। उन बातों या उन मुद्दों पर आप बयान ना दें। आप सांसद जरूर हैं, लेकिन नीतिगत मामलों पर आप अधिकृत नहीं है और ना ही आपको इनपर बोलने की अनुमति है।"
दरअसल, कंगना ने हाल ही में कहा था कि, अगर देश का नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो भारत में ‘बांग्लादेश जैसी स्थिति’ पैदा हो सकती थी। उन्होंने यह भी कहा कि, किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान वह शव लटक रहे थे और बलात्कार हो रहे थे। जाट किसान बहुल हरियाणा में विधानसभा चुनाव के तहत आगामी एक अक्टूबर को मतदान होने जा रहा है, ऐसे में विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधा। इस बीच बीजेपी ने अपनी सांसद के विचारों से असहमति व्यक्त की और यह स्पष्ट किया कि उन्हें पार्टी के नीतिगत मामलों पर टिप्पणी करने की न तो अनुमति है और न ही वह इसके लिए अधिकृत है।
हालांकि, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के फटकार के बाद कंगना रनौत ने बुधवार यानी 28 अगस्त को माफी मांग ली थी। कंगना ने कहा कि," मेरी वजह से जाने-अनजाने में अगर पार्टी को कोई नुकसान होता है तो मुझसे ज्यादा दुख किसी को नहीं होगा।"