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Land Jihad: भोपाल के सरकारी अस्पताल में बनाई मस्जिद, बढ़ रही मजारों की संख्या... स्थानीय लोग से लेकर प्रशासन तक बेबस

Bhopal Land Jihad: MP के भोपाल में जहां भी जगह मिल रही है वहां चादर डालकर एक मजार बना दी जा रही है।

Ravi Rohan
  • Sep 26 2024 7:56PM

देश में लैंड जिहाद के मामलों के बढ़ाने से लगातार विवाद सामने या रहे है। सड़कें हो या धार्मिक स्थल, वक्फ बोर्ड अपने दावे ठोकता जा रहा है। हर तरफ वक्फ बोर्ड अपने अधिकारों का जिक्र कर रहा है, लेकिन इस बीच मज़ारों की भरमार भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। ताजा मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है, जहां गांधी मेडिकल कॉलेज के परिसर और उसके आसपास मस्जिद का विस्तार किया जा रहा है।

अस्पताल परिसर में मज़ारों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिसके खिलाफ स्थानीय लोग आवाज उठा रहे हैं। भोपाल में हमीदिया अस्पताल, जहाँ मज़ारों की वजह से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस अस्पताल के परिसर में भी मज़ारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे लोगों में आक्रोश फैल रहा है। 

मुस्लिम क्षेत्र में बढ़ती मनमानी

हमीदिया अस्पताल के आस-पास का इलाका मुस्लिम बाहुल है, जिसके चलते लोग खुलकर विरोध नहीं कर पा रहे हैं। इस बात का फायदा उठाकर अस्पताल परिसर में मज़ारों की संख्या तेजी से बढ़ाई जा रही है। यहां सिर्फ रंगाई-पुताई ही नहीं, बल्कि लोहे के गेट भी लगाए जा रहे हैं। मज़ार के खादिम इस मुद्दे पर मीडिया से बात करने से कतराते हैं।

नमाज़ के दिन 5,000 की भीड़

मज़ारों और परिसर में मौजूद मस्जिद के कारण डॉक्टरों और मरीजों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को नमाज़ के लिए 5,000 से अधिक लोग जमा होते हैं, जिससे अस्पताल का प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की नाराजगी

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने इस मामले पर रिपोर्ट तैयार कर कार्रवाई के लिए मोर्चा खोला, लेकिन शिकायत पर कोई प्रभावी कदम न उठाए जाने से उनके बीच नाराजगी बढ़ रही है। इसके साथ ही, डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए। लैंड जिहाद की इस साजिश की शिकायत अस्पताल की डीन ने भी की है, लेकिन सुरक्षा के इस मुद्दे पर वे भी निरुत्तर प्रतीत हो रही हैं।

अस्पताल परिसर में बढ़ती मजारों की संख्या

अस्पताल के परिसर में पिछले 30 वर्षों में कई मजारें बन गई हैं, जबकि वहीं एक जर्जर मंदिर अपनी हालत सुधारने की गुहार लगा रहा है। जी मीडिया की टीम ने अस्पताल परिसर और उसके आसपास का निरीक्षण किया, जहां हर जगह मजारें नजर आईं। अस्पताल की इमारत के पास और पार्किंग एरिया में भी कई मजारें स्थित थीं, जो इस मुद्दे को और गंभीर बनाती हैं।

सरकार अतिक्रमण के खिलाफ असहाय क्यों?

भोपाल में स्थित पहली मस्जिद, जिसे ढाई सीढ़ी कहा जाता है, के आसपास तेजी से मजारों का निर्माण हो रहा है। वर्तमान में भोपाल की स्थिति यह है कि जहां भी जगह मिली, वहां चादर डालकर एक मजार बना दी जा रही है, जिसे लैंड जिहाद के अगला चरण के रूप में देखा जा रहा है। इस समस्या का समाधान करने में सरकार खुद को असहाय महसूस कर रही है।


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