उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा. मौर्य की यह टिप्पणी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव के उस बयान के एक दिन बाद आई, जिसमें उन्होंने कहा था कि इटावा के मतदाताओं ने ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक कांशीराम को लोकसभा भेजा था.
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, आधा सच बताने की बीमारी से ग्रस्त हैं सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव. सच यह है कि 1991 के लोकसभा चुनाव में सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने अगर इटावा में कांशीराम की मदद की थी तो कांशीराम ने भी जसवंतनगर से बसपा का उम्मीदवार न उतार कर मुलायम सिंह यादव को जिताने में मदद की थी.
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, लेकिन इससे बड़ा सपा का काला सच यह है कि दो जून, 1995 को सपा के गुंडों ने लखनऊ के स्टेट गेस्टहाउस में दलितों की सबसे बड़ी नेता बहन सुश्री मायावती की आबरू लूटने और उनकी हत्या की कोशिश की थी.
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि, दलितों के सम्मान में सदा समर्पित भाजपा ने सपाई गुंडों को छठी का दूध याद दिलाकर उसके मंसूबों को विफल कर बहन जी की लाज और जीवन दोनों को बचाया था. ऐसे ही अपने गुंडों की फौज पर अखिलेश आज भी इतराते हैं और सपा पिछड़ों दलितों वंचितों की असल दुश्मन है.