सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे

Donation

वैश्विक रक्षा संबंधों को मजबूत करेगा 'तरंग शक्ति अभ्यास'... रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मित्र देशों के साथ सहयोग और विश्वास बढ़ाने पर की प्रशंसा

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- तरंग शक्ति भारतीय सशस्त्र बलों के बढ़ते कद को रेखांकित करती है।

Ravi Rohan
  • Sep 13 2024 8:13PM

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बहुराष्ट्रीय अभ्यास 'तरंग शक्ति' को सहयोगी देशों के साथ सहयोग, समन्वय और विश्वास को मजबूत करने की कोशिश बताया है। जोधपुर में बहुराष्ट्रीय अभ्यास के दूसरे चरण में विशिष्ट आगंतुक दिवस कार्यक्रम में सभा को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि, तरंग शक्ति के माध्यम से भारत ने सभी भागीदार देशों के साथ अपने रक्षा संबंधों को और मजबूत किया है और उनमें विश्वास पैदा किया है कि, जब भी जरूरत होगी उठो, हम सब एक साथ खड़े होंगे।

आपसी सह-अस्तित्व और सहयोग के भारत के दृष्टिकोण को दोहराते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, हमारा देश सभी देशों को एक-दूसरे का हाथ पकड़कर आगे बढ़ने में भरोसा रखता है। राजनाथ सिंह ने कहा, "जब इतनी जटिलता और बड़े पैमाने का अभ्यास होता है, तो अलग-अलग कार्य संस्कृतियों, हवाई युद्ध के अनुभव और युद्ध लड़ने के सिद्धांतों वाले सैनिक एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखते हैं।"

रक्षा मंत्री ने कहा कि, "आज का ऐतिहासिक कार्यक्रम भारतीय वायु सेना की शानदार उपलब्धियों का जश्न मनाने का मौका है। हम न केवल सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होने की उपलब्धियों का जश्न मना रहे हैं, बल्कि इस बात पर भी गर्व कर रहे हैं कि हमारे सशस्त्र बलों को अब दुनिया में सबसे शक्तिशाली सैनिकों में से एक माना जा रहा है।

रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि, "आजादी के वक्त भारतीय वायु सेना के पास 2 प्रकार के विमानों के केवल 6 स्क्वाड्रन थे। इसी तरहयुद्ध के बाकी उपकरण भी न केवल पुराने थे बल्कि संख्या में भी सीमित थे। लेकिन आज, दुनिया भर के बेस्ट और आधुनिक विमानों और नेक्स्ट जनरेशन के उपकरणों से सुसज्जित, भारतीय वायु सेना ने खुद को बदल लिया है।

फ्रांसीसी कंपनी सफरान हेलीकॉप्टर इंजन के साथ हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के हालिया सहयोग का उल्लेख करते हुए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, हमने खुद को केवल हथियारों और उपकरणों के आयात करने वाले एक ऐसे देश में बदल दिया है जो आज लगभग 90 देशों को हथियार और उपकरण निर्यात करता है। उन्होंने आगे कहा कि, "डोमेस्टिक डिफेन्स सेक्टर ने हथियारों, प्लेटफार्मों, विमानों आदि के निर्माण में स्वदेशीकरण की दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं। आज हम हल्के लड़ाकू विमान, सेंसर, रडार के निर्माण और कार्यान्वयन में बहुत हद तक आत्मनिर्भर हो गए हैं।" 

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

ताजा समाचार