महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर आज वोटिंग हो रही है। राज्य के कई दिग्गज नेताओं जैसे शरद पवार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उनके पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे, डिप्टी सीएम अजीत पवार और देवेंद्र फड़नवीस की प्रतिष्ठा दांव पर है। वहीं, झारखंड की जनता भी दूसरे चरण में मतदान कर रही है। यहां मुकाबला सत्तारूढ़ इंडिया ब्लॉक और एनडीए के बीच है। राज्य में वोटिंग आज यानी 20 नवंबर सुबह 7 बजे शुरू होगी और शाम 6 बजे खत्म होगी। वहीं, वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
CM शिंदे ने डाला वोट
इसी बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने परिवार के साथ एक मतदान केंद्र पर वोट डाला है। मतदान करने के बाद सीएम शिंदे ने कहा कि, "आज लोकशाही का उत्सव है। सभी को वोट करना चाहिए। ये देश को मजबूत बनाएगा। लोगों ने हमारा ढाई साल का काम भी देखा है और उनका भी देखा है। जो विकास को रोका था, हमने उसे शुरू किया।"
वोट डालने निकले वीवीआईपी
महाराष्ट्र चुनाव में वोट डालने के लिए मतदाताओं में उत्साह देखा जा रहा है। बड़ी संख्या में वीवीआईपी वोट डालने के लिए निकले हैं। इनमें एनसीपी एसपी प्रमुख शरद पवार, भारत रत्न सचिन तेंदुलकर, जोया अख्तर, जिशान सिद्दीकी, नवाब मलिक, योगेन्द्र पवार, जॉन अब्राहम, अमित ठाकरे, सोनू सूद शामिल हैं।
महाराष्ट्र में कौन पार्टी कितने सीटों पर लड़ रही चुनाव?
भारतीय जनता पार्टी 149 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, शिवसेना 81 सीटों पर और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने 59 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस ने 101 उम्मीदवार, शिवसेना (यूबीटी) ने 95 और एनसीपी (एसपी) ने 86 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। शिवसेना के दोनों उम्मीदवार 50 से अधिक सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ हैं, जबकि 37 निर्वाचन क्षेत्रों में दोनों पवार ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
महाराष्ट्र के चुनाव में कई पार्टियों का भविष्य दांव पर
महाराष्ट्र चुनाव में कई पार्टियों का भविष्य दांव पर है. राकांपा (सपा) सुप्रीमो शरद पवार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, शिव सेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार अपनी-अपनी पार्टियों के लिए लोगों का वोट पाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। शरद पवार ने लोकसभा चुनाव में अजित पवार को बड़ा झटका दिया था, जिनके गुट को चुनाव आयोग ने असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के रूप में मान्यता दी है। उन्हें विधानसभा चुनाव में भी प्रतिद्वंद्वी गुट को हराने का भरोसा है, जबकि अजित पवार अच्छे प्रदर्शन के साथ वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। वहीं अगर बात करें शिवसेना के शिंदे और उद्धव गुट की तो इन दोनों ने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था। ऐसे में जनता पार्टी की विरासत का असली हकदार किसे मानती है, यह अब विधानसभा चुनाव के नतीजों से तय होने की उम्मीद है।