भोपाल से एक बार फिर एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां प्रेम के नाम पर रची गई साजिश का असली चेहरा बेनकाब हो गया। राजधानी में एक महिला ने अपने पति और उसके पूरे परिवार पर जबरन धर्मांतरण का दबाव बनाने, धमकाने और ब्लैकमेल करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोपों की आंच एक पाकिस्तानी बहू तक जा पहुंची है, जिसने धर्म परिवर्तन की इस साजिश में मुख्य भूमिका निभाई है। 31 मई 2024 को निहारिका ने पहली बार पुलिस से गुहार लगाई थी।
पीड़िता निहारिका ने बताया कि गानिम अली से शादी के बाद शुरू में सब कुछ सामान्य लगा, लेकिन कुछ महीनों के भीतर ही ससुराल वालों ने असली रंग दिखाना शुरू कर दिया। पति गानिम अली, ससुर गजनफर अली, सास सालेका अली, ननद उजमा अली, देवर गाजी अली और भाभी सना हबीब - सबने मिलकर उस पर मजहब बदलने का जबरदस्त दबाव बनाया। आरोप है कि धर्म न बदलने पर उसे शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी गईं।
पहले भी हुआ था समझौते का धोखा
निहारिका ने पुलिस से गुहार लगाई थी, लेकिन समझौते का झांसा देकर उसे चुप करा दिया गया। अब, जब उत्पीड़न की हदें पार हो गईं, तो पीड़िता ने दोबारा हिम्मत जुटाई और महिला थाने पहुंचकर पूरा मामला सामने रखा। इस बार भी उसे धमकी दी जा रही थी और उसके निजी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की घिनौनी साजिश रची गई थी।
पाकिस्तानी कनेक्शन भी उजागर
पुलिस जांच में पति गानिम अली के खिलाफ गंभीर आरोप साबित हो गए हैं। धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। निहारिका ने अपने बयान में चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि उसकी भाभी सना हबीब, जो पाकिस्तान की नागरिक है, इस धर्मांतरण साजिश का मास्टरमाइंड है।
पीड़िता का दावा है कि सना हबीब किसी विदेशी धर्मांतरण गिरोह से जुड़ी हुई है और अब देश से फरार होने की फिराक में है। निहारिका ने सना और पूरे ससुराल परिवार के मोबाइल फोन तुरंत जब्त करने और उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
यह मामला सिर्फ एक परिवार का नहीं, बल्कि देश में गहराते धर्मांतरण के षड्यंत्र का जीता-जागता उदाहरण है। भोपाल जैसे शहर में धर्म के नाम पर युवतियों को जाल में फंसाने और जबरन मजहब बदलवाने की घटनाएं हमारे सामाजिक ताने-बाने पर सीधा हमला हैं। अब सवाल उठता है कि क्या प्रशासन इस साजिश को कुचलने के लिए सख्त कदम उठाएगा या फिर ऐसे तत्व बेखौफ घूमते रहेंगे?