पूरे भारत में जहां जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर शोक और आक्रोश की लहर है, वहीं कुछ कट्टर मानसिकता वाले जहरीले सोच के लोग इस दर्दनाक घटना को भी नफरत फैलाने का हथियार बना रहे हैं। मध्यप्रदेश के दमोह जिले से ऐसे ही दो युवक- वसीम खान और तनवीर कुरैशी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं, जो इस जघन्य हमले पर उल्टे देशविरोधी टिप्पणियां कर रहे थे।
इन दोनों ने सोशल मीडिया पर ऐसा ज़हर उगला जिससे आम जनमानस में गुस्से की लहर दौड़ गई। आतंकियों के नरसंहार को 'प्रतिक्रिया' बताने वाले वसीम ने अपने पोस्ट में देश के बहुसंख्यक समाज पर ही सवाल खड़े किए, वहीं तनवीर ने उसका खुला समर्थन किया।
पोस्ट के वायरल होते ही दमोह पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 353 (2), 196, 299 और 3 (5) के तहत मामला दर्ज कर दिया गया है। पुलिस का साफ कहना है कि इस तरह के बयान सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने के लिए दिए गए हैं- और इन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
दमोह के एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि, जांच जारी है और तकनीकी विश्लेषण से यह भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं इनके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क या कट्टरपंथी संगठन तो नहीं है। यह मामला सिर्फ पोस्ट का नहीं, देश की अस्मिता और एकता पर खुली चोट है, जिसे कुचलना अब ज़रूरी हो गया है।