इनपुट- श्वेता सिंह, लखनऊ, twitter-@shwetamedia207
जन-जन के सहयोग से अयोध्या धाम राम मंदिर में श्रीरामलला विराजमान होने जा रहे हैं। राम मंदिर निर्माण के लिए जन सहयोग के रूप में एकत्र की गई राशि के लिए कोई न्यूनतम सीमा निर्धारित नहीं की गई थी। ऐसे में महज एक सिक्के से लेकर प्रति व्यक्ति जो भी राशि राम मंदिर निर्माण के लिए दी गई, उसे सहर्ष रूप से सनातन संस्कृति और सभ्यता के स्वरूप में स्वीकार किया गया।
एक आंकड़े के मुताबिक रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के लिए 900 करोड़ रुपए जुटाने का प्राथमिक लक्ष्य रखा गया था, लेकिन राम भक्तों के भाव और प्रभु श्रीराम के प्रति उनकी आस्था के चलते ट्रस्ट को करीब 5,000 करोड़ रुपए समर्पण निधि के रूप में प्राप्त हुए लेकिन एक समय में प्रतापगढ़ के सियाराम ने जमीन बेंचकर मंदिर निर्माण में एक करोड़ का दान देकर चौंका दिया था।
अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर निर्माण के पहले दानदाता सियाराम को भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के निवासी सियाराम ने श्रीराम मंदिर के लिए न्यायिक निर्णय से आने से पहले ही एक करोड़ रुपये का दान दे दिया था और उन्हें अब मंदिर निर्माण के पहले दानदाता के रूप में माना जा रहा है। प्रतापगढ़ के सियाराम गुप्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्पित कार्यकर्ता हैं । उन्होंने अक्टूबर 2018 में श्रीराम मंदिर के लिए एक करोड़ रुपये का दान किया था और इस धनराशि को उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रांत को सौंपी थी।
सियाराम ने दान के इस धनराशि को जुटाने के लिए अपनी 16 बीघे जमीन भी बेच दी थी। इसके अलावा उन्होंने अपने रिश्तेदारों से भी लगभग 15 लाख रुपये उधार लेकर भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रूपये दान दिए थे। आपको बता दें अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तारीख नजदीक आते ही भक्तों का उत्साह बढ़ गया है।
इस दौरान राम मंदिर ट्रस्ट व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की है कि वे 22 जनवरी को अयोध्या धाम जाने से बचें और इसके बजाय घर पर दीप जलाकर दीपावली मनाएं। विहिप और आरएसएस ने लोगों से 22 जनवरी के दिन अपने नजदीकी मंदिरों में जाकर प्रार्थना करने की बात कही है तथा साथ ही उन्होंने देश भर में विशाल स्क्रीन पर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सजीव प्रसारण करने की विस्तृत योजना बनाई है।